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आरा। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा में स्नातक खण्ड तीन का परीक्षा फार्म भरने की शुरुआत हो गई है। राजभवन के आदेश के आलोक में विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्नातक खण्ड तीन सत्र 2017-20 के छात्रो के लिए परीक्षा फार्म भरने की तिथि जारी कर दी, किन्तु कॉलेजो में परीक्षा फार्म भरने के लिए कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गयी है।
विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग की यही गलती वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में छात्र—छात्राओं को ले सकती है। स्नातक खण्ड तीन की परीक्षा के फार्म कॉलेज में ही भरे जा रहे हैं और फार्म भरने को छात्र—छात्राओं की भारी भीड़ काउंटर पर जमा हो रही है। कोरोना को ले स्वास्थ्य विभाग के दिशा—निर्देशों की कॉलेजो में धज्जियां उड़ाई जा रही है। सामाजिक दूरी की बात कौन करे कॉलेजो में परीक्षा फार्म भरते समय शारीरिक दूरी का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। आरा के महंथ महादेवानंद महिला महाविद्यालय की प्राचार्या आभा सिंह खुद अपनी उपस्थिति में छात्राओं को लाइन लगा परीक्षा का फार्म भरवा रही हैं और उनकी निगरानी में सामाजिक और शारीरिक दूरी बनाये रखने की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के इस महत्वपूर्ण अंगीभूत महिला कॉलेज में परीक्षा फार्म भरने के दौरान उड़ रही सामाजिक और शारीरिक दूरियों की धज्जियों से भोजपुर में महामारी फैल सकती है। भोजपुर जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है और अगर कॉलेज कैम्पसों से महामारी फैली तो स्थिति को भयावह होने से कोई नही रोक सकता है।
महंथ महादेवानन्द महिला कॉलेज की प्राचार्या ने जिस तरीके से अपनी उपस्थिति में छात्राओं को अफरा—तफरी और धक्का—मुक्की के बीच स्नातक खण्ड तीन की परीक्षाओं के फार्म भरवाना शुरू किया है वह उनकी योग्यता,सोंच और प्रशासनिक क्षमता पर सवाल खड़ा कर रहा है।
कोरोना को लेकर अभी महामारी थमी नहीं है और कोरोना को जिस तरह हल्के में लिया जा रहा है वही छात्राओं की जान का खतरा बन सकता है। राजभवन को चाहिए कि अविलंब ऐसे परीक्षा फार्म भरने की कार्रवाई पर रोक लगाने के आदेश दे अन्यथा स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो घर के घर कोरोना की चपेट में आ जाएंगे और भोजपुर कोरोना की बारूद पर होगा।