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सहरसा। केंद्र की तानाशाह सरकार द्वारा भारत के इतिहास में पहली बार सबसे घटिया बजट पेश करने के विरोध में मंगलवार को शंकर चौक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला दहन एवं बजट की कॉपी को जलाया।
पुतला दहन कार्यक्रम में जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रो. विद्याननंद मिश्र ने कहा कि इस साल के बजट में एलआईसी में 74 प्रतिशत तक सरकार के स्टाॅक को बेचे जाने के साथ ही सरकारी तेल कंपनियों जैसे इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन,एचपीसीएल को कारपोरेट घरानों के हाथों बेचे जाने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है।
इसके साथ ही रेलवे की ज़मीन, इस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर एवं नेशनल हाइवे की सड़कों के निजीकरण जिसे सरकार मौद्रिककरण कहती है। वह आम जनजीवन को जटिल कठिन और मँहगाई के मार से तबाह कर देगा। टैक्स में नौकरी पेशा और निम्न मध्यम वर्ग के लिए कोई छूट नही है। लेकिन छह साल पुराने टैक्स आकलन के मामलों को ठंडे बस्ते में डाल मात्र तीन साल के मामलों का असेसमेंट करने के फैसले से अमीर व्यापारिक घरानों को लाभ पहुंचाने की निर्लज्ज धाँधली की गई है। सैनिक स्कूलोंके निर्माण में निजी क्षेत्र और एनजीओ के लिए रास्ता साफ करना देश के भविष्य के लिए खतरनाक हो सकता है।