परसौनी गांव में किसान लक्ष्मी सिंह को बंधक बनाकर लाइसेंसी हथियार और लाखों रुपए नकदी को लूटा था नक्सलियों ने
नीरज कुमार सिंह: मोतिहारी, पूर्वी चम्पारण। मोतिहारी एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा और अभियान एएसपी द्वारा नक्सली और अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे सघन अभियान के तहत पताही पुलिस और मधुबन एसएसबी के संयुक्त कार्रवाई में पूर्व जिला पार्षद पति नक्सली वीरेंद्र पासवान को पुलिस ने परसौनी गांव से गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत मोतिहारी जेल भेज दी है। छापेमारी अभियान का नेतृत्व कर रहे अभियान एएसपी एचएस गौरव ने बताया कि चकिया रेलवे ट्रैक उडेने और पताही के परसौनी गांव के संभ्रांत किसान के घर पर सैकड़ों महिला पुरुष नक्सलियों ने धावा बोलकर वर्ष 2004 में किसान की लाइसेंसी हथियार, लाखों रुपए नकदी लूट लेने के मामले में आरोपित है। थानाध्यक्ष विकास तिवारी ने बताया कि वीरेंद्र पासवान की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी, कि वर्ष 2010 में पताही पूर्वी से नक्सली वीरेंद्र के दबदबे पर पत्नी जिला परिषद की चुनाव जीत गया था। वर्ष 2004 में परसौनी गांव में ईट भट्ठा व्यवसाई सह संभ्रांत किसान परसौनी निवासी लक्ष्मी सिहं के घर पर सैकड़ों महिला पुरुष की संख्या में धावा बोल कर नक्सलियों ने किसान कि लाइसेंसी हथियार एवं लाखों रुपए नकदी जेवरात लूट लिए थे। तब से वीरेंद्र पासवान की तूती नक्सलियों में कायम हो गई थी।जिसके बाद वीरेंद्र उक्त मामले में जेल भी गया था। वहीं वर्ष 2014 में चकिया मेहसी के बीच हरपुर नाग गुमटी के पास रेलवे ट्रैक पर लैंडमाइंस लगाकर रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया था। हालाकि उस दौरान मालगाड़ी के डिब्बे क्षतिग्रस्त हो गए थे। जिसको लेकर चकिया और पताही मे पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप में लेभी को लेकर आग लगाकर जला देने के मामले दर्ज हैं। नक्सली धावा लूट मामले में 9 वर्षों से फरार चल रहा था। छापेमारी अभियान मधुबन एसएसबी के कंपनी कमांडर प्रदिप कुमार, थानाध्यक्ष विकास तिवारी, अपर थानाध्यक्ष गंगादयाल ओझा, दरोगा बिरसा उरांव, और एसएसबी बीएमपी, सैप के जवान शामिल थे।