सतीश अदित्या
मोतिहारी: रविवार को दिल्ली पुलिस के द्वारा एनसीआर में एक नेपाली नागरिक असलम अंसारी को 5 लाख रुपये नकली नोटों के साथ गिरफ्तार करने के बाद नेपाल पुलिस द्वारा गुरुवार को नकली भारतीय मुद्रा के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। इस मामले मे नेपाल पुलिस ने दो लोगों को 8,08272 रुपये के साथ बिरगंज नेपाल से गिरफ्तार किया है।
लगभग नौ लाख नकली भारतीय मुद्रा का यह खेप नेपाल के सीमावर्ती जिला पूर्वी चंपारण के रक्सौल के एक स्थान पर पहुंचाई जानी सुनिश्चित थी।
परसा जिले के पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि सशस्त्र राजस्व टीम एवं कस्टम खोजी दल ने इस कारोबार मे शामिल 39 वर्षीय अभिषेक सर्राफ और विष्णु श्रेष्ठ को हिरासत में लेकर पूछ- ताछ कर रही है।
“पुलिस ने उनके घरों से रुपयों से भरे 32 बंडल बरामद किए। ये रैकेटर्स बिहार के भारतीय क्षेत्र में रक्सौल में रिसीवरों के साथ लगातार संपर्क में थे। दोनों नकली नोट के कारोबारियों को बिरगंज में अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पूछताछ की जा रही है।
नेपाल के रास्ते भारतीय नकली नोटों के कारोबारी की जांच के लिए नेपाल पुलिस ने एक बार फिर बिहार और भारत के उत्तर प्रदेश राज्यों से सटे अपने दक्षिणी सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है।
रिपोर्ट के अनुसार भारत द्वारा किए गए बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद नेपाल के माध्यम से बड़े पैमाने पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा भारतीय नकली मुद्रा की आपूर्ति की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार दोनों कारोबारी अब्दुल रहमान, सज्जाद और शेर मोहम्मद के संपर्क में था, जो पाकिस्तान से भेजे गए नकली नोटों के नेपाल मे मुख्य रिसीवर हैं। खुफिया अधिकारियों ने बताया कि नकली नोटों का कारोबार पाकिस्तान में मौजूद सिंडिकेट का एक इकबाल काना नेतृत्व कर रहा है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम ने डी कंपनी के आफताब, सुभा भाई और सिकंदर को कारोबार की जिम्मेवारी सौंपा दी है।
अब्दुल रहमान इंडो-नेपाल बॉर्डर पर सक्रिय सिंडिकेट के किंगपिन बतया जाता हैं, जिसका संपर्क डी कंपनी और आईसीआई से भी जुड़े होने की बात बताई जा रही हैं।
रॉ के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि नेपाल मे नकली नोटों का यह सिंडिकेट वर्तमान में भारत नेपाल सीमा पर दिनेश, भोला अंसारी और सगीर के द्वारा संचालित की जा रही है। ये जानकारी भारत के गृह मंत्रालय द्वारा नेपाल पुलिस के साथ साझा की गई है।
इंटेलिजेंस अधिकारियों ने कहा कि वे जब्त किए गए नकली नोटों मे असली नोटों की तरह समरूपता व समानता ज्यादा पाई गई जो आश्चर्य कि विषय है।
भारत-नेपाल सीमा पर चलने वाले नकली नोटों के सभी रैकेटर्स भूमिगत हो गए हैं और कुछ ने बिहार के सीमावर्ती जिले मोतिहारी और मुजफ्फरपुर में शरण लिए हुये बताए जा रहे है। दिल्ली मामले को दिल्ली पुलिस के विशेष टीम को जांच का जिम्मा सौपा गया है, ताकि इस मामले मे डी –कंपनी के संलिप्तता के बारे मे जानकारी प्राप्त की जा सके।