पटना। बिहार में आसमान से आफत बरस रही है , जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। अधिकारी हो या मंत्री किसी को बेघर करने से नहीं छोड़ा है पटना कि बारिश। सभी के घर में पानी ही पानी है | झील सा नजारा रहा, पटना के आम से लेकर ख़ास लोगों का घर सब पानी ही पानी दिखा। बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव और शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा के घर में दो से तीन फुट पानी लगा हुआ है। जेडीयू नेता अजय आलोक के घर में पानी घुस गया है। उनके बेडरूम और ड्राइंग रूम में बारिश का पानी घुस गया है। हालात ये हो गए हैं कि राजधानी की कई इलाकों में घऱ में कमर तक पानी भर गया है।
राजधानी के काई इलाके जैसे, कंकड़बाग, पाटलिपुत्र कॉलोनी, शास्त्री नगर में भारी जलजमाव की स्थिति है।।लोगों के घरों में पानी घुस गए हैं। पाटलिपुत्र अंचल में सड़कों पर पानी बह रहा है। परिस्थिति देख कई सवाल मुंह बाए खड़ी है। स्मार्ट सिटी की कल्पना करने वाले पटना की हालत के लिए आखिर कौन जिम्मेदार? हर वर्ष होता है जलजमाव लेकिन कोई ठोस इंतेज़ाम नहीं?
राजधानी में हो रही लगातार बारिश से लोग घरों में रहने को मजबूर हैं तो वहीं सड़कों पर आवागमन भी लगभग ठप पर गया है। हालात ये हैं कि पटना में मुख्य सड़कों पर अब नावें चलने लगी हैं। झमाझम बारिशसे पटना जलमग्न है, शहर के कई इलाके तालाब में तब्दील हो गए हैं, हालात ऐसे हैं कि कई मंत्रियों को घरों में जलजमाव की स्थिति है, बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव और शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा के घर में दो से तीन फुट पानी लगा हुआ है, मंत्री काफी परेशानियों का सामना कर अपनी कार में बैठ सके। आलम तो यह है कि घर मे बैठे लोगो को अब यह डर सता रहा है कि घर मे घुसे पानी मे कही साँप बिछु न चलने लगे। इस पानी ने पटना सहित जिलो में बाढ़ जैसी स्तिथि उत्पन्न कर दी है। अब देखना यह की पानी रुकता कब है और पटना नगर निगम कितना कारगर साबित होता है।