मनमर्जी दाम वसूल कर लूट रहे बड़े दुकानदार

मनमर्जी दाम वसूल कर लूट रहे बड़े दुकानदार

Reported By BORDER NEWS MIRROR
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मध्यप्रदेश (हरदा)।  सिराली तहसील क्षेत्र में संकट की इस घड़ी में भी कुछ लोग फायदे का सौदा अपना रहे हैं मानवता से कोई लेना-देना नहीं। मनमर्जी दाम वसूलने वाले दुकानदारों की शिकायत आए दिन मिल रही है, इसके बाद भी प्रशासन अब तक कोई कठोर कदम नहीं उठाया है।  कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के […]
मध्यप्रदेश (हरदा)।  सिराली तहसील क्षेत्र में संकट की इस घड़ी में भी कुछ लोग फायदे का सौदा अपना रहे हैं मानवता से कोई लेना-देना नहीं। मनमर्जी दाम वसूलने वाले दुकानदारों की शिकायत आए दिन मिल रही है, इसके बाद भी प्रशासन अब तक कोई कठोर कदम नहीं उठाया है। 
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के बीच दुकानदार घरेलू सामान के साथ-साथ पाउच, बीड़ी के मनमाने दाम वसूल रहे हैं। प्रशासन की तरफ से सभी के दाम निर्धारित किए हैं नगर सहित कस्बे में भी निर्धारित रेट से ज्यादा दाम वसूलने पर दुकानदार पर केस दर्ज किया जा सकता है। प्रशासन की और से कार्रवाई होने पर ही गरीबों को महंगाई से राहत मिल सकती है। दो छोटे दुकानदारों द्वारा नाम ना छापने की शर्त पर यह जानकारी दी और कहा कि हम बड़े व्यापारियों से बहुत पीड़ित हैं । 
देसाई बीड़ी एजेंट द्वारा नगर में थोक में देसाई बीड़ी के पूड़े भाव में दिए गए और व्यापारियों को भी समझाईश दी गई थी की जो देसाई पुड़े का रेट है वही रेट में बेचा जाए लेकिन बड़े व्यापारियों द्वारा 430 रुपये का देसाई बीड़ी का पूड़ा 7 सौ रुपये से लेकर 8 सौ रुपये तक वसूले जा रहे हैं। ऐसे में छोटे दुकानदार बड़े व्यापारियों से पीड़ित हैं, जबकि 1 देसाई बीड़ी के पूड़े में 20 बीड़ी के बंडल आते हैं और बड़े व्यापारी खुद अपनी दुकानों से 30 रुपये नग में बीड़ी का बंडल बेच रहे हैं। ऐसे में छोटे व्यापारी 7 सौ रुपये या 8 सौ रुपये में बड़े व्यापारियों से देसाई का पूड़ा खरीदते है तो उन्हें बीड़ी का 1 बंडल 40 से 50 रुपए नग में बेचना पड़ेगा।
जब नगर की दूसरी दुकानों पर 30 रुपए में बीड़ी का बंडल मिलेगा तो इन छोटे दुकानदारों से 40 से 50 रुपये में देसाई बंडल कौन खरीदेगा । इस कारण छोटे दुकानदारों ने बीड़ी का व्यवसाय ही बंद कर रखा है जो बड़े व्यापारी निर्धारित रेट से ज्यादा वसूली कर रहे हैं इनके खिलाफ प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही की जाए। जिला प्रशासन के कर्मचारी या अधिकारी नगर सहित तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानों पर आम आदमी की तरह रोजमर्रा का खाद्य सामान खरीदी करने निकले तो बड़े व्यापारियों की सब हकीकत सामने आ जाएगी। खाद्य विभाग द्वारा भी जांच दल बनाकर तहसील क्षेत्र की किराना दुकानों की जांच होनी चाहिए। 
इस संबंध में हरदा जिला नापतौल अधिकारी श्रीमती अनीता ठाकुर का कहना है कि आपके द्वारा जानकारी संज्ञान में लाई गई, वर्किंग डे के दिन जाकर जांच करते हैं । 
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