केविवि के संस्कृत विभाग द्वारा विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन
मोतिहारी, पूर्वी चम्पारण। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के नव-उद्घाटित संस्कृत विभाग द्वारा कुलपति प्रो. सजीव कुमार शर्मा की अध्यक्षता में ‘संस्कृत एवं विज्ञान : विषय, समस्या तथा समाधान’ विषय पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। उक्त विषय पर मुख्य वक्ता के रुप में संस्कृत एवं प्राच्य-विद्या अध्ययन संस्थान, जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के प्रसिद्ध विद्वान प्रो. राम नाथ झा ने अपने सारगर्भित व्याख्यान में कहा कि संस्कृत केवल कर्मकाण्ड तक ही सीमित नहीं है अपितु समस्त ज्ञान-विज्ञान एवं शोध का आधार है। उन्होंने संस्कृत वाड़्मय को विज्ञान के रुप में प्रमाणित करते हुए समसामयिक परिस्थितियों में वेद एवं उपनिषद् को आधार बनाकर विज्ञान एवं तकनीकि के क्षेत्र में आने वाली समस्त समस्याओं के समाधान में सक्षम सिद्ध किया।
प्रो. झा ने संस्कृत वाड़्मय को ‘ताओ ऑफ फिजिक्स’ जैसे नवीन दृष्टि सम्पन्न महत्वपूर्ण ग्रंथों का आधार बताते हुए कहा कि विज्ञान हमारे लिए केवल शोध का विषय नहीं है, अपितु एक समावेशी एवं सतत् विकास से अनुप्राणित जीवन शैली का हिस्सा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. शर्मा ने संस्कृत की वैज्ञानिक परम्परा को आत्मसात करने एवं उसकी चिंतन परंपरा तथा आधुनिक समय में संस्कृत की प्रासंगिकता का प्रचार-प्रसार करने पर विशेष बल दिया। प्रति कुलपति प्रो. अनिल कुमार राय ने भी संस्कृत विभाग की ओर से आयोजित वैज्ञानिक दृष्टि सम्पन्न विशेष व्याख्यान के आयोजन हेतु साधुवाद दिया तथा विश्वविद्यालय में संस्कृतमय वातावरण के निर्माण हेतु प्रेरित किया।
इससे पूर्व कार्यक्रम के शुरुआत में डॉ. विश्वेश द्वारा मंगलाचरण का पाठ किया गया। संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ. श्याम कुमार झा ने व्याख्यान में उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. अनिल कुमार गिरि ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर प्रो. राजीव कुमार, प्रो. अजय कुमार गुप्ता, डॉ. बृजेश पाण्डेय, डॉ. बबलू पाल, डॉ. विश्वजित बर्मन आदि शिक्षक, जनसम्पर्क अधिकारी, शेफालिका मिश्रा, विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष व बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।