रमेश शंकर राय:- समस्तीपुर। पुलिस के लिए ऐसे मौके कम ही आते है जब उसे लोगों आमलोगों द्वारा अपनी उम्र भी लग जाने की दुआ दी जाती हो, लेकिन यह पल साकार हुआ समस्तीपुर की लेडी सिंघम नाम से चर्चित महिला एसपी हरप्रीत कौर के साथ। जब अपनी नाबालिग बेटी को अपहर्ताओं के चंगुल से सही सलामत मुक्त कराकर सौंपने के बाद एक माँ ने एसपी साहिबा के गले लगकर काफी देर तक फुट-फुट कर रोई और उन्हें दुआ दिया कि आपने मेरे घर की इकलौती चिराग और कलेजे के टुकड़े को वापस ला दिया है। “भगवान् करे आपको मेरी भी उम्र लग जाय, आपकी भी सभी मनोकामना पूरी हो” एसपी भी भावुक होकर रोने लग गयी। रिहा हुई छात्रा ने भी एसपी को हाथ हिलाकर धन्यवाद दिया।
जी हां, यह कोई फ़िल्मी सीन नहीं बल्कि हकीकत है। याद कीजिये यह माहौल है 21 मई की देर शाम का जब लक्जरी चारपहिया वाहन से घात लगाए अपराधियों ने मुफ्फसिल थाना के लगुनिया पुल के पास से नौंवी क्लास नाबालिग छात्रा को उसके पिता के बाइक पर से गन पॉइंट पर अगवा कर लिया गया था, और पुलिस द्वारा इस घटना को गम्भीरता से नही लेने पर लोग उग्र होकर सड़क जाम कर आगजनी कर रहे थे। पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा था। जिसमे 6 लोग जख्मी भी हुए थे, लेकिन अगले ही सुबह जब छात्रा के व्यवसायी पिता के मोबाइल पर फोन कर 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई और कॉल की रिकार्डिंग समस्तीपुर की एसपी ने सुनी तो सभी के होश उड़ गए। अपहर्ता अपने को ब्लैक हैकर नाम का इंटरनेशनल अपराधी बताते हुए अंग्रेजी और हरयाणवी भाषा में पुलिस को भी खुली चुनौती देते हुए बोल रहा था कि कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता, तुम्हारी बेटी की देह व्यापार के इंटरनेशनल मार्किट में एक करोड़ से ज्यादा की कीमत है। लेकिन अगर तुम मुझे दो करोड़ रुपये दे दो तो हम उसे सही सलामत तुम्हारे हवाले कर देंगे, नहीं तो उसे बेच देंगे। पुलिस तुरंत हरकत में आयी और वैज्ञानिक अनुसन्धान के आधार पर सबसे पहले छात्रा के ही गाँव के एक अपराधी गुड्डू कुमार को गिरफ्तार कर लिया जो पुरे मामले में लोकल लाइनर के तौर पर प्लानिंग की थी। उसने ही पुरे मामले का खुलासा कर दिया, ठिकाने बदलते हुए अपराधी उस बच्ची को पटना जिला के बख्तियारपुर में रखे हुए थे। गिरोह में कुछ महिलाएं भी शामिल थी ताकि ठिकाना बदलते समय लोगों को शक न हो, और धीरे धीरे सावधानी से पुलिस छह दिन के भीतर छात्रा को बरामद कर लिया। ब्लैक हैकर नाम से फिरौती की मांग करने वाला सुमन कुमार भी समस्तीपुर के ही खानपुर का रहनेवाला है जो हरियाणा से बीटेक कर चुका है और काई भाषाओँ में बात करने की काबिलियत रखता है। वह तीन महीने पहले ही एक डॉक्टर से रंगदारी मांगने के आरोप में जेल गया था, लेकिन वापस जमानत पर आने के बाद इस बड़ी घटना को अंजाम देने वाले गिरोह में शामिल हुआ था। इस मामले दो महिला समेत कुल आठ अपराधी गिरफ्तार हुए हैं। इनके पास से अपहरण में उपयोग की गयी आई टेन कार, एक बाइक, तीन पिस्टल और फिरौती मांगने वाले मोबाइल समेत दस मोबाइल भी बरामद किये गए हैं। पुरे मामले का खुलासा करते हुए एसपी ने बताया कि छात्रा की बरामदगी के लिए उन्होंने एसआईटी का गठन किया था जिसमे काफी तेज तर्रार पुलिस ऑफिसर्स को लगाया गया था। जिन्होंने मोबाइल सर्विलांस टेक्निक के आधार पर यह सावधानी बरतते हुए कि अपहरणकर्ता बच्ची को कुछ नुकसान नहीं पहुंचा दे, अपने मकसद में कामयाब हुए हैं, बच्ची के मुताबिक़ अपहरण का मुख्य उद्देश्य फिरौती ही था। ख़ुशी की बात यह है कि बच्ची के साथ कुछ भी गलत नहीं किया गया है। हालाँकि उसका मेडिकल कराया जायेगा। लोकल लाइनर गुड्डू कुमार ने ऑन कैमरा भी मामले का खुलासा किया है। वहीं बच्ची की माँ और पिता ने पुरे पुलिस महकमे को साधुवाद दिया है।