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नीरज आनन्द
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के चाणक्य परिसर स्थित पंडित राजकुमार शुक्ल सभागार में विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान में बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य प्रो.अरुण कुमार भगत का स्वागत एवं शोधार्थियों के मध्य संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मीडिया अध्ययन विभाग एवं शैक्षिणक व वैचारिक संगठन ‘मंथन’ द्वारा आयोजित थी। विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों ने प्रोफेसर अरुण कुमार भगत का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं हरित पादप एवं अंगवस्त्रम देकर किया।
कार्यक्रम के दौरान मीडिया अध्ययन विभाग के शोधार्थियों एवं विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्राध्यापकों के साथ प्रो. अरुण कुमार भगत ने संवाद किया।
प्रो. अरुण कुमार भगत ने शोधार्थियों एवं प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि किताब के साथ साथ हमें समाज को भी पढ़ने की आवश्यकता है। समाज को पढ़ने के लिए हमें अपने सामाजिक जीवन में हो रहे बदलाव पर सोचने समझने की आवश्यकता है। हर मनुष्य का अपना-अपना व्यक्तित्व है, वही मनुष्य की पहचान है। आपका स्वभाव चाहे कैसा भी हो, अपने व्यवहार को हमेशा सही रखें, व्यवहारिक बने और सकारात्मक सोच रखें। सकारात्मक सोच व्यक्ति को ऊर्जा प्रदान करती है।
प्रो. अरुण कुमार भगत के कार्यकाल को याद करते हुए उनके व्यक्तित्व पर कई प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रसून दत्त सिंह, प्रबंध विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. पवनेश कुमार, संगणक विज्ञान, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी संकाय के अधिष्ठाता प्रो. विकास पारीक, मुख्य नियंता प्रो. प्रणवीर सिंह, अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. बिमलेश कुमार सिंह, मीडिया अध्ययन विभाग के डॉ. अंजनी कुमार झा, डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र, डॉ. साकेत रमण, डॉ. सुनील दीपक घोडके, डॉ. उमा यादव, संस्कृत विभाग के डॉ. श्याम कुमार झा, डॉ. विश्वेश, हिंदी विभाग के डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव, डॉ. श्याम नंदन, पुस्तकालय विज्ञान विभाग के डॉ. भवनाथ पाण्डेय एवं मीडिया सहित अन्य विभागों के प्राध्यापक एवं शोधार्थी उपस्थित थे।