गुवाहाटी। असम में भाजपा नीत गठबंधन सरकार कोरोना काल के चलते खराब हो चुकी आर्थिक व्यवस्था से राज्यवासियों को राहत देने के उद्देश्य से लगातार नई-नई योजनाएं शुरू कर रही है। वर्ष 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए भी राज्य सरकार बेहद सधे हुए कदम से राज्यवासियों को राहत देने के लिए कदम उठा रही है।
राज्य सरकार ने राज्य के विद्यार्थियों को शिक्षा ऋण देने के साथ ही सब्सिडी देने की घोषणा की है। इसके लिए विद्यार्थियों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। राज्य सरकार ने इस योजना का शुभारंभ वर्ष 2019-20 में किया था। जिसे इस वर्ष भी आरंभ किया गया है। वहीं चाय बागान के श्रमिकों को फिर से एक बार 08 लाख चाय श्रमिकों की आर्थिक मदद के तहत पुरस्कार मेला शुरू करने की घोषणा की है।
राज्य के शिक्षा, वित्त, स्वास्थ्य आदि मामलों के मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने शुक्रवार शाम जनता भवन (असम सचिवालय) में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपरोक्त योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कोई यदि शिक्षा ऋण लेता है तो उसे 50 हजार रुपये की सब्सिडी प्राप्त करेगा। 1585 हिताधिकारी अब तक शिक्षा ऋण लेकर सब्सिडी प्ताप कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष इस योजना को शुरू किया गया था। लेकिन इस वर्ष कोरोना के कारण इसको शुरू नहीं किया जा सका था।
डॉ हिमंत ने कहा कि अब तक पूर्व प्रदान किए गए 5547 अनुमोदित आवेदन राज्य सरकार के हाथ में है। उन्होंने कहा कि जो अभी तक आवेदन नहीं कर पाए हैं, वे असम फाइनेंस लोन डॉट इन के जरिए आवेदन कर सकते हैं। पहले आवेदन नहीं कर पाने वाले लोग भी 50 हजार रुपये की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस बार बजट में इस योजना के लिए 25 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है। मंत्री डॉ विश्वशर्मा ने कहा कि 07 अक्टूबर से 10 अक्टूबर के अंदर इस पूंजी को आवंटित किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नये आवेदन करने वाले विद्यार्थियों 20 सितम्बर के अंदर वेबसाइट के जरिए आवेदन करना होगा। वहीं चाय बागान के श्रमिकों के लिए विशेष योजना का उल्लेख करते हुए डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने कहा कि 2017-18 में चाय बागान धन पुरस्कार मेला योजना को पुनः आरंभ किया गया। उन्होंने बताया है कि 2017-18 में 06 लाख 33 हजार 411 चाय श्रमिकों का अकाउंट खोला गया और प्रत्येक खाते में ढ़ाई हजार रुपये जमा कराया गया था।
वहीं 2018-19 में 7,15,979 अकाउंट खोला गया। प्रत्येक खाते में पुनः ढ़ाई हजार रुपये जमा कराया गया। 2019-20 में इस योजना के तहत काम नहीं हुआ। पुनः 2020-21 में 03 हजार बैंक अकाउंट पैसे जमा कराने का निर्णय लिया गया। मंत्री ने बताया कि चाय बागान श्रमिकों के अकाउंटों की संख्या 7,15,979 से बढ़कर 08 लाख हो गई है। उन्होंने कहा कि चाय बागान के सभी श्रमिकों के 100 फीसद अकाउंट खोला जाएगा। साथ ही कहा कि इस बार धन पुरस्कार मेला योजना के तहत 250 करोड़ रुपये अनुमोदित किया गया है। चालू वर्ष के 15 नवम्बर के अंदर इस योजना के तहत चाय श्रमिकों के बैंक में पैसे जमा कराए जाएंगे।
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