एक जून से चलेंगी 200 स्पेशल ट्रेनें, बिहार के लिए 68
बिहार के स्टेशनों से खुलेंगी 48 और यहां से गुजरेंगी 20 स्पेशल ट्रेनें
पटना। पूरे देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लगा हुआ है, लेकिन अब इसमें धीरे-धीरे राहत दी जा रही है। श्रमिक स्पेशल तथा एसी स्पेशल के बाद अब 01 जून से और 200 स्पेशल ट्रेनें भी चलने लगेंगी। पूर्व मध्य रेल (ईसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने रविवार को बताया कि सोमवार (एक जून) से देश में काफी कुछ बदलने वाला है। आम लोगों की सुविधा के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और गृह मंत्रालय के परामर्श से रेल मंत्रालय 1 जून से ट्रेन सेवाओं की आंशिक बहाली करते हुए 200 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू कर रहा है। इनमें बिहार के लिए 48 जबकि यहां से गुजरने वाली 20 स्पेशल ट्रेनें भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन स्पेशल ट्रेनों का परिचालन नियमित ट्रेनों के पैटर्न पर महत्पूर्ण स्टेशनों के लिए होने जा रहा है। ये विषेश सेवाएं 1 मई से चलाई जा रही मौजूदा श्रमिक एक्सप्रेस और 12 मई से चल रहीं 30 एसी स्पेशल ट्रेनों के अतिरिक्त होंगी। अन्य सभी मेल, एक्सप्रेस और उपनगरीय नियमित सेवाएं अगले निर्देश तक रद्द रहेंगी। भारतीय रेल ने एक जून से चलायी जाने वाली 200 स्पेशल ट्रेनों में से 48 स्पेशल (24 जोड़ी) ट्रेनें पटना, गया, मुजफ्फरपुर, सहरसा सहित बिहार के अन्तर्गत पड़ने वाले अन्य महत्वपूर्ण स्टेशनों से खुलेंगी और पहुंचेगी। साथ ही 20 (10 जोड़ी) वैसी स्पेशल ट्रेनें भी हैं, जो बिहार राज्य के लिए निर्धारित स्टेशनों पर रुकते हुए अपने गंतव्य तक जाएंगी। राजेश कुमार ने बताया कि एक जून से पटना से 5 जोड़ी, राजेन्द्रनगर टर्मिनल, पाटलिपुत्र, राजगीर औक छपरा से एक-एक जोड़ी, दानापुर से 4 जोड़ी, जयनगर से 2 जोड़ी तथा दरभंगा से 3 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन तय दिनों को किया जाएगा। इसी तरह मुजफ्फरपुर से 3 जोड़ी के अलावा सहरसा, रक्सौल तथा मोतिहारी से एक-एक जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलेंगी। ये सभी स्पेशल ट्रेनें अपने प्रारंभिक स्टेशनों से खुलकर निर्धारित मार्ग से नई दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, पूणे आदि स्टेशनों के लिए चलेगी। इन ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों को सरकार की ओर से कोविड-19 से बचाव और इसके रोकथाम के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। टिकट की बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल एप के जरिए ऑनलाइन अथवा खोले गए बुकिंग काउंटरों से की जा सकती है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि यात्री को आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल करना अनिवार्य है। मास्क पहनना जरूरी है। साथ ही दो गज दूरी का ख्याल रखना होगा। यात्री को ट्रेन खुलने से डेढ़ घंटे पहले स्टेशन जरूर पहुंच जाना होगा। सिर्फ कन्फर्म और आरएसी टिकट वाले यात्रियों को ही स्टेशन के भीतर आने और ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी। रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग होगी। ट्रेन में कंबल, चादर या तकिया नहीं मिलेगा। भारतीय रेलवे ने पहले ही गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों, गर्भवती महिलाओं और 65 साल से अधिक उम्र के लोगों से अपील की थी कि बहुत आवश्यक होने पर ही ट्रेनों से यात्रा करें। अनलॉक-1 में भी 65 साल से अधिक के बुजुर्गों और 10 साल से कम के बच्चों के लिए दिशा-निर्देश हैं कि वह बाहर न निकलें, जब तक कि कोई मेडिकल इमरजेंसी या कोई और बहुत ही जरूरी वजह न हो।
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