किशनगंज। केन्द्रीय मौसम विभाग पटना द्वारा भारी बारिश और वज्रपात को लेकर किशनगंज जिले सहित राज्यों के कई जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया है। पिछले 15 दिनों से रुक-रुक कर तो कभी लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण जिले की मुख्य नदी महानंदा सहित इसकी तमाम सहायक नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला पदाधिकारी डाॅ आदित्य प्रकाश के निर्देश के आलोक में जिला आपदा प्रबंधन ने सोमवार को अलर्ट जारी करते हुए लोगों को नदी के किनारे पर जाने से मना किया है।मछुआरों एवम नाविकों को भी नदी में जाने की शख्त मनाही ही है। रविवार को डी एम के साथ संबंधित विभाग के प्रधान सचिवों ने स्थानीय जिला का प्रभावित क्षेत्र में दौरा कर चुके है। मौसम विज्ञान के अनुसार पिछले 24 घंटे के अंदर 54 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण नदी के आसपास बसे गांव के लोगों की चिंता बढ़ गई है। जगह- जगह नदियों के धारा से कटाव रोधी कार्य तीव्र गति से संबंधित विभाग के अधिकारियों देख-रेख में जारी किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में बारिश से अधिक पहाड़ों पर होनेवाली बारिश और उसके कारण महानंदा, डोंक और तिस्ता बैराज से पानी छोड़े जाने का भय जिलावासियों को लगा रहता है। बाढ़ के खतरे से नदियों के नीचले क्षेत्र में बसे गांव के लोगों खौफ से नींद उड़ गई है। डोंक बैराज से 1999 क्यूसेक पानी तथा महानंदा बैराज से 6263 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की खबर है। तो वहीं लगातार बारिश से कई जगहों पर महानंदा, डोंक और कनकई खतरे के निशान के पास से बह रही है। रविवार की सुबह आठ बजे तैयबपुर में महानंदा खतरे के निशान के पास से 65.63 मीटर पर बह रही थी जबकि यहाँ खतरे का निशान 66 मीटर है। पिछले एक महीने से जिले में रुक रुक कर लगातार बारिस हो रही है। मौसम विभाग पटना की माने तो अगले 24 घंटे में किशनगंज में 70 से 110 मिमी बारिश हो सकती है। इस दौरान आकाशीय बिजली के साथ ही वज्रपात की भी संभावना है। वर्तमान मौसमी पैटर्न को देखते हुए आने वाले दिनों में अतिवृष्टि की संभावना से इनकार नही किया सकता। इसलिए जिलाधिकारी डॉक्टर प्रकाश ने सभी सीओ और बीडीओ को नदियों के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया है। तिस्ता बैराज के अधिकारियों को भी पानी छोड़े जाने की पूर्व सूचना दिए जाने का निर्देश दिया जा चुका है।
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