कोरोना के चलते नवरात्र पर गरबा आयोजनों पर संकट, शीर्ष 18 आयोजकों ने हाथ किये खड़े

कोरोना के चलते नवरात्र पर गरबा आयोजनों पर संकट, शीर्ष 18 आयोजकों ने हाथ किये खड़े

Reported By BORDER NEWS MIRROR
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अहमदाबाद। कोरोना को देखते हुये इस साल गुजरात में विश्वप्रसिद्ध गरबा के आयोजन नहीं होंगे। अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट सहित शहरों के बड़े गरबा आयोजकों ने स्पष्ट कर दिया कि कोरोना प्रकोप के चलते वे किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठा सकते। गुजरात के शीर्ष 20 गरबा आयोजकों में से18 प्रबंधकों ने इस गरबा महोत्सव […]
अहमदाबाद। कोरोना को देखते हुये इस साल गुजरात में विश्वप्रसिद्ध गरबा के आयोजन नहीं होंगे। अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट सहित शहरों के बड़े गरबा आयोजकों ने स्पष्ट कर दिया कि कोरोना प्रकोप के चलते वे किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठा सकते। गुजरात के शीर्ष 20 गरबा आयोजकों में से18 प्रबंधकों ने इस गरबा महोत्सव का आयोजन करने से इनकार कर दिया है, जबकि दो प्रबंधकों ने कहा कि हम सोचेंगे कि क्या दिशा-निर्देशों में कुछ राहत है, अन्यथा हम आयोजन नहीं करवायेंगे।
हालांकि सरकार कोरोना संकट के दौरान शारदीय नवरात्र के लिये कुछ रियायतें देने पर विचार कर रही है। राजकोट और मोरबी में कुछ आयोजकों ने कोरोना में मौजूदा बिगड़ती स्थिति को देखते हुए इस साल गरबा आयोजित नहीं कराने की घोषणा की है। आयोजकों का कहना है कि सरकार भले ही नवरात्र पर अनुमति दे, लेकिन वे इस साल नवरात्र महोत्सव का आयोजन नहीं करेंगे। उल्लेखनीय है कि नवरात्र गुजरात का सबसे बड़ा त्योहार है। आम आदमी से लेकर आयोजक इस त्यौहार का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या इस साल नवरात्र का आयोजन होगा। 
अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन (एएमए) ने राज्य सरकार से नवरात्र पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है। जैसा कि पहले रथयात्रा, ईद, गणेशोत्सव और जन्माष्टमी सहित अन्य त्योहारों पर था। एएमए अध्यक्ष डॉ. मोना देसाई ने मुख्यमंत्री विजय रूपानी को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि सरकार की नीति और अधिक से अधिक परीक्षण करने की प्रतिबद्धता के कारण वर्तमान स्थिति में कोरोना संक्रमण दर बढ़ रही है। हालांकि मृत्यु दर में कमी एक अच्छी बात है। त्यौहार पर प्रतिबंध लगाने से संक्रमण का प्रसार रुक जाता है, जब लोग इकट्ठा नहीं होते हैं। इसलिए, हमें लगता है कि सरकार को अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन के अनुरोध पर नवरात्र उत्सव पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
इससे पहले दो दिन पूर्व गांधीनगर में उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने संकेत दिया था कि सरकार नवरात्र आयोजन कराने की अनुमति दे सकती है। पटेल ने कहा था कि नवरात्र उत्सव गुजरात के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लोग लंबे समय से नवरात्र की प्रतीक्षा कर रहे हैं। खल्याइया गरबा गाने के लिए उत्सुक हैं।

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