गोपालगंज मार्च के लिए निकले राजद कार्यकर्ताओं ने उड़ाई लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां
दो गज की दूरी का भी नहीं रखा गया ख्याल, नियमों को रखा ताक पर
पुलिस समझाती रही, लेकिन नहीं सुने राबड़ी आवास के बाहर जुटे थे राजद कार्यकर्ता
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता जेपी यादव के पिता, भाई और मां की हत्या मामले में जदयू विधायक की गिरफ्तारी के लिए शुक्रवार को प्रस्तावित गोपालगंज मार्च के लिए निकले राजद कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन के नियमों को ताक पर रख दिया और दो गज की दूरी की जमकर धज्जियां उड़ाई। ज्यादातर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तो मास्क भी नहीं पहन रखा था। लॉकडाउन के उल्लंघन पर आम लोगों को उठक-बैठक कराने वाली पुलिस इस दौरान बैकफुट पर दिखी। सिर्फ लोगों को समझाने का प्रयास करती रही, पर उसका कोई असर नहीं था। मौके पर मौजूद पटना के सिटी एसपी विनय कुमार ने कहा कि फिलहाल पुलिस मार्च को रोकने में लगी है। आगे विधिसम्मत कार्रवाई भी की जाएगी।
तिहरे हत्याकांड को लेकर गोपालगंज जाने के लिए शुक्रवार की सुबह से ही पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास के समाने बड़ी संख्या में राजद समर्थक जुटे थे। इस बीच वहां पुलिस की भी तैनाती की गई। इसमें बड़ी संख्या में पार्टी के विधायक और उनके अंगरक्षक भी थे। पुलिस लोगों को दूर खड़े होने की अपील करती रही, लेकिन कार्यकर्ताओं ने एक नहीं सुनी। करीब तीन घंटे तक 10, सर्कुलर रोड पर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। पुलिस राजद नेताओं को समझाती रही कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन की वजह से आपलोगों को यहां से जाने की इजाजत नहीं दे सकते। लेकिन, पार्टी के नेता सुनने को तैयार नहीं थे। जब काफिला निकला तो डीएसपी समेत कई पुलिस अधिकारी सामने खड़े हो गए। काफी देर समझाने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव माने और गोपालगंज नहीं जाने का निर्णय लिया। इसके बाद तेजस्वी विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी से मिलने पहुंचे और गोपालगंज हत्याकांड पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन में एक स्थान पर किसी को जमा होने की इजाजत नहीं है। सिर्फ जरूरी काम से और पास बनवाकर लोग दूसरे जिले में प्रवेश कर सकते हैं। इसके बावजूद राजद नेताओं ने लॉकडाउन के नियमों की कोई परवाह नहीं की और राबड़ी आवास के बाहर इकट्ठा हो गए। इसी महीने 24 मई को गोपालगंज में हथुआ थाना क्षेत्र के रुपनचक गांव में घर पर बैठे राजद नेता के परिवार को अपराधियों ने गोलियों से भून दिया गया था। दो बाइक से आए बदमाशों ने राजद नेता जेपी यादव, उनके पिता महेश चौधरी, मां संकेतिया देवी और भाई शांतनु यादव को गोली मारी थी। इस घटना में महेश और उनकी पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई थी। इलाज के दौरान शांतनु की मौत हो गई। जेपी यादव का पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) में इलाज चल रहा है। इस मामले में राजद नेता जेपी यादव के बयान पर कुचायकोट के जनता दल यूनाइटेड (जदयू) विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोपित विधायक को बचाने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी। साथ ही ऐसा नहीं होने पर शुक्रवार की सुबह गोपालगंज मार्च पर निकलने की घोषणा की थी। शुक्रवार को तेजस्वी अपने विधायकों के साथ पटना से निकल ही रहे थे कि पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान लॉकडाउन अवहेलना होती रही।
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