छात्र और शिक्षण संस्थानों के हित में सामने आया विद्यार्थी परिषद, डीईओ को सौंपा ज्ञापन
बेगूसराय। कोचिंग संस्थान, होम ट्यूशन एवं प्राइवेट स्कूल चालू कराने तथा छात्रों से फीस नहीं लेने, मकान मालिक द्वारा मकान किराया नहीं लेने को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मंंगलवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी को मांग पत्र सौंपा। इसके साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को भी मांग पत्र भेजा गया। विद्यार्थी परिषद सभी मुद्दे को लेकर पूरे बिहार में आंदोलन करने जा रही है, तीन जून को सैकड़ों छात्रों से बिहार पूछता है वीडियो क्लिप बनाकर मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। पांच जून को हवन होगा, आठ जून को हजारों छात्रों के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम खुला पत्र तथा 11 जून को जनप्रतिनिधि को ज्ञापन दिया जाएगा। इसके बाद 15 जून को शिक्षण संस्थानों के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि इस लॉकडाउन में सबसे ज्यादा शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हुआ है। विगत तीन महीनों से पठन-पाठन बंद होने के कारण छात्रों के घर में रहने से मानसिक परेशानी बढ़ रही है। शिक्षा के लाइफ लाइन कोचिंग संस्थान संचालक भुखमरी के कगार पर आ गए हैं, मकान मालिक के द्वारा उनसे किराया मांगा जा रहा है। सरकार ने बाजार और वाहन का परिचालन शुरू कर दिया है, लेकिन पढ़ाई शुरू नहीं किया है। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राहुल कुमार सोनू एवं छात्रावास प्रांत सह प्रमुख मुकेश कुमार ने कहा कि सोशल डिस्टेंस नियम का पालन करते हुए कोचिंग एवं होम कोचिंग संचालन की अनुमति दिया जाए। विभिन्न सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजना में ऐसे शिक्षित बेरोजगार शिक्षक को शामिल किया जाए। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड की तरह ऐसे शिक्षकों का भी क्रेडिट कार्ड बनाया जाए। इधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सभी मांगे जायज है, जिला पदाधिकारी एवं राज्य सरकार को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने मकान मालिक से मकान किराया नहीं लेने तथा निजी स्कूल एवं कोचिंग संचालक से भी छात्रों से किसी भी तरह के राशि नहीं लेने की अपील की।
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