डीएम और एसपी समेत 55 लोगों की थर्मामीटर से की गयी जांच
-सदर कोतवाली में सिपाहियों की राइफलों और कक्षों का किया गया सैनिटाइजर
हमीरपुर | जनता कर्फ्यू के दौरान मलेरिया विभाग के अधिकारियों की टीम ने कोरोना वायरस को लेकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक समेत 55 लोगों के शरीर का तापमान इन्फ्रारेड थर्मामीटर से स्कैन किया। इसके अलावा सदर कोतवाली में तैनात सिपाहियों को कोरोना वायरस से महफूज रखने के लिये उनकी राइफलों को सैनिटाइजर किया गया। कोतवाली परिसर को सैनिटाइजर किया गया। सिपाहियों ने मास्क और दास्ताने पहनकर शहर का भ्रमण भी किया। मलेरिया अधिकारी आर के यादव ने बताया कि मलेरिया विभाग के अधिकारियों ने कोरोना वायरस को लेकर जनता कर्फ्यू के दिन लोगों के शरीर का तापमान इनफ्रारेड थर्मामीटर से स्कैन किया। मलेरिया अधिकारी आर के यादव ने बताया कि शहर सहित कुरारा व सुमेरपुर का भ्रमण कर 55 लोगों के तापमान की जांची गई है।जांच में दो लोग सामान्य से ज्यादा तापमान के पाए गए। जिन्हे दवा लेने व घर में रहने की अपील की गई। टीम में मलेरिया निरीक्षक अमित कुमार व डा.संदीप कुमार मौजूद रहे।
80 साल बाद दिखा ऐसा कर्फ्यू
कोरोना वायरस के खिलाफ जनता का कर्फ्यू सफल रहा। सारा दिन सड़को गलियों में सन्नाटा पसरा रहा। जानकारों का कहना है कि आजादी के बाद इस महामारी के कारण इस तरह की ऐतिहासिक बंदी हुई हैं। वयोवृद्ध राधेश्याम गुप्ता, मुन्नीलाल अवस्थी,नंदकिशोर गुप्ता, बैजनाथ गुप्ता, केके त्रिवेदी, कौशल किशोर शुक्ल आदि ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन के 80 बसंत पार कर चुके है। लेकिन इस तरह की बंदी आजाद भारत में पहली मर्तबा देखी है।
डीएम एसपी ने भ्रमण कर लिया जायजा
बंद की हकीकत जानने के जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी ने पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के साथ कस्बे के रेलवे स्टेशन एवं बाजार का जायजा लिया। यहां पर सब कुछ बंद नजर आया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने भरपूर सहयोग किया है। गांवों,कस्बों व शहरों में सब कुछ बंद है और लोग घरों में कैद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जनता का सहयोग सराहनीय है। जनता के सहयोग से ही इस महामारी से निपटा जा सकता है। कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान को लोगों ने स्वीकार करते हुए एक राष्ट्र सजग राष्ट्र का संकल्प दिखाया है। इसके बाद जिलाधिकारी का काफिला मौदहा के लिए रवाना हो गया।
जनता कर्फ्यू के लिए पुलिस ने हाथ जोड़कर की अपील
रविवार को कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू रखने की अपील की थी। जिससे रविवार को मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं कुछ दुकानदार अपनी दुकाने खोले पाए गए। और राहगीर टहलते हुए पाए गए। जिस पर कोतवाली पुलिस ने दुकानदारों व राहगीरों से हाथ जोड़कर जनता कर्फ्यू का पालन करने की अपील किया।
कर्फ्यू के बाद भी फैक्टरियों में चलती रही मजदूरी
सुमेरपुर कस्बे की उद्योग नगरी में काम करने वाले मजदूरों को कोरोना से ज्यादा खौफ फैक्ट्री मालिकानों का है। मजदूरों का कहना है कि मालिकानों ने धमकी दी थी कि अगर रविवार को नहीं आओगें तो उसके लिए फैक्ट्री का गेट बंद हो जाएगा। इसी के चलते गरीब मजदूर अपनी व अपने परिवार की जान की परवाह किए बगैर ड्यूटी करने पहुंचा। इससे यह साबित होता है कि इन उद्यमियों पर प्रधानमंत्री के आग्रह का कोई असर नहीं है। गौरतलब को कस्बे में रिमझिम इस्पात,जूही एलायज, हिंदुतान यूनी लीवर हंस कास्टिंग सहित एक दर्जन फैक्ट्रियां रविवार को उत्पादन करती रही। इन फैक्ट्रियों में करीब दो हजार मजदूर काम करते है। जिनकी जिंदगी से खिलवाड़ किया गया |
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