थाना से 50 फीट दूरी पर आरटीआई कार्यकर्ता के घर पर जानलेवा हमला
न्यायालय के आदेश को विधायक राजेन्द्र कुमार राम ने बताया सरकार का तुगलकी फरमान
सागर सूरज/राकेश कुमार-
मोतिहारी। महज कुछ ही महीने पूर्व जिले के संग्रामपुर प्रखंड निवासी आरटीआई कार्यकर्ता राजेन्द्र सिंह की गोली मारकर हत्या की गुत्थी पुलिस अभी सुलझाने में ही लगी ही है कि अब इधर दूसरा मामला हरसिद्धि में अतिक्रमण हटवाने से नाराज सैकड़ो ग्रामीणों ने थाना से महज 50 फिट की दूरी स्थित आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के घर पर जानलेवा हमला बोल दिया। बताया गया है कि आक्रोशित लोगों ने उनके घर का बंद दरवाजा तोड़कर कूलर, फ्रिज तोड़ दिया। अन्य सम्पतियों को भी नुकसान पहुंचाया। उनकी पत्नी मोनिका देवी के साथ बदसलूकी करते हुए परिवार वालों को बंधक बना दिया। उनके साथ मारपीट की गई। इसके बाद सूचना पर पुलिस पहुंची और अपनी सुरक्षा में उन्हें थाने पर लाई। उल्लेखनीय है कि अतिक्रमण के मामले पर लंबे समय से न्यायालय में लड़ाई लड़ रहे आरटीआई कार्यकर्ता अग्रवाल पूर्व में अपनी हत्या की आशंका को लेकर सनहा दर्ज करा चुके हैं। इस बावत थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि पीड़ित परिवार को सुरक्षा हेतु दो गार्ड उनके घर पर नियुक्त कर दिया गया है। आवेदन मिलने पर आगे की करवाई की जाएगी। सिंह ने कहा कि अतिक्रमण मामले में न्यायालय के आदेशों की अनुपालन की गयी है। घटना के समय अग्रवाल घर पर नहीं थे। हालांकि बड़ा सवाल ये है कि थाना से महज 50 फिट के दूरी पर सैकड़ों लोग एकसाथ आरटीआई कार्यकर्ता के घर हमला बोल दिया और पुलिस को कानोंकान खबर नही लगी? या पुलिस किसी बड़े घटना की इन्तेजार कर रही थी।
बता दें की स्थानीय ब्लॉक गेट के पास धनखरैया वार्ड संख्या एक में हाई कोर्ट के आदेश के आलोक में अंचल प्रशासन ने रविवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। इस दौरान एसडीओ धीरेंद्र कुमार मिश्रा, डीएसपी ज्योति प्रकाश, सीओ सतीश कुमार, थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार सिंह सहित पुलिस बल की मौजूदगी में सात लोगों के घर बुलडोजर से तोड़े गए। अतिक्रमणकारियों में पप्पू खंडेलवाल, किनदेव प्रसाद, नगीना सहनी, हीरालाल साह, लालबाबू सहनी, नसरुद्दीन मियां शामिल हैं। वहीं ग्रामीणों में इस बात की चर्चा थी कि अमीरों के अतिक्रमण पर अंचल प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रही। और गरीबों को परेशान किया जा रहा है। इस बावत सीओ श्री कुमार ने बताया कि आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल ने अतिक्रमण हटाने को लेकर हाई कोर्ट में मुकदमा किया है। इसी के आलोक में नोटिस देकर कार्रवाई की गई है। वही विधायक राजेन्द्र कुमार राम ने कहा कि यह सरकार का तुगलकी फरमान है गरीबों को घर उजाड़ने का। पहले से जो भूमिहीन परिवार घर बनाए हैं उन्हें पूर्व के प्रशासन ने बसाया है। बिना वैकल्पिक व्यवस्था के इस तरह की कार्रवाई कहीं से भी उचित नहीं है।
सनद रहे कि पूर्व में भी अतिक्रमणकारियों ने थाना से महज 100 मीटर के दूरी पर दिनदहाड़े एक गरीब लाचार धनवंती देवी के घर पर हमला बोल लाखों का सामान लूट लिया था।
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