प्रियंका ने कहा, ‘देश की आवाज दबाने वालों के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा होना ही नेताजी को श्रद्धांजलि होगी’

प्रियंका ने कहा, ‘देश की आवाज दबाने वालों के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा होना ही नेताजी को श्रद्धांजलि होगी’

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नई दिल्ली। देश की आजादी के नायक रहे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आज 75वीं पुण्यतिथि है। नेताजी को याद करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि वो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के असली नायक थे। इस दौरान उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर केंद्र सरकार को घेरा और कहा कि देश […]
नई दिल्ली। देश की आजादी के नायक रहे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आज 75वीं पुण्यतिथि है। नेताजी को याद करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि वो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के असली नायक थे। इस दौरान उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर केंद्र सरकार को घेरा और कहा कि देश की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, “हमारे हीरो सुभाष चंद्र बोस एक आजाद व खुदमुख़्तार भारत के लिए लड़े थे, जिसका मजबूत लोकतंत्र हरएक इंसान की अभिव्यक्ति की रक्षा करेगा।” इस दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को भी निशाने पर लिया। प्रियंका ने कहा कि आज देश में जो लोगों की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है, उसके खिलाफ़ दृढ़ता से खड़ा होना ही नेताजी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
वहीं, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “ट्रैजिक हीरो नेताजी बोस के बारे में कहा जाता है कि वे आज ही के दिन ताइवान में विमान दुर्घटना के शिकार हुए। हालांकि इसकी पुष्टि किसी भी प्रामाणिक सूत्र से नहीं हुई है कि उनकी मृत्यु हुई थी या नहीं। वह एकमात्र राष्ट्रवादी नायक और विश्व व्यक्तित्व हैं, जिनकी सिर्फ जयंती मनाई जाती है। क्योंकि उनकी मृत्यु की तारीख के बारे में कोई नहीं जानता।”
उल्लेखनीय है कि लंबे समय से यह विवाद रहा है कि 18 अगस्त,1945 को विमान दुर्घटना में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत हुई थी या नहीं। कुछ लोग मानते है कि नेताजी की मौत ताइवान की विमान दुर्घटना में नहीं हुई थी, जबकि कुछ का मानना है कि कुछ साल पहले उत्तराखंड में जिस स्वामी शारदानंद की मौत (14 अप्रैल,1977) हुई थी, वे नेताजी ही थे। हालांकि सरकार इससे इनकार करती रही है। इस बीच नेताजी की मौत की जांच के लिए कई आयोग (मुखर्जी आयोग, खोसला आयोग आदि) भी बने लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर जनवरी,2016 में नेताजी की मौत से जुड़ी कई गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया गया। इन दस्तावेजों में भी ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे कहा जा सके कि नेताजी की मौत विमान दुर्घटना में हुई या नहीं।

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