बिहार में अब लालटेन के जमाना गईलः नरेंद्र मोदी

बिहार में अब लालटेन के जमाना गईलः नरेंद्र मोदी

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पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के सासाराम और गया में आयोजित चुनावी सभा में बिना नाम लिये राजद पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, एक समय था जब बिहार में सूरज ढलने के बाद सब कुछ बंद हो जाता है। किडनैपिंग, डकैती, हत्या और रंगदारी सरकार की निगरानी में होती थी। ये वो दौर […]

पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के सासाराम और गया में आयोजित चुनावी सभा में बिना नाम लिये राजद पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, एक समय था जब बिहार में सूरज ढलने के बाद सब कुछ बंद हो जाता है। किडनैपिंग, डकैती, हत्या और रंगदारी सरकार की निगरानी में होती थी। ये वो दौर था जब लोग कोई गाड़ी नहीं खरीदते थे, ताकि एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनकी कमाई का पता न चल जाए लेकिन अब ऐसा नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 90 के दशक में बिहार के लोगों का खूब अहित किया गया। बिहार को अराजकता और अव्यवस्था के किस दलदल में धकेल दिया, ये आप में से अधिकांश ने अनुभव किया है। आज भी बिहार की अनेक समस्याओं की जड़ में 90 के दशक की अव्यवस्था और कुशासन है लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब से राज्य में एनडीए की सरकार बनी है, राज्‍य में कानून का राज कामय है। प्रधानमंत्री मोदी ने भोजपुरी में कहा, “ई पावन भूमि पर आप सबकर अभिनंदन करत बानी। बिहार में अब लालटेन के जमाना गईल..। इसलिए आत्मनिर्भरता के संकल्प को मजबूत करने के लिए नीतीशजी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार जरूरी है।”

इस दौरान उन्होंने लोजपा संस्थापक व केंद्रीय मंत्री रहे बिहार के सपूत रामविलास को श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने कहा कि ये वो दौर था जब बिजली संपन्न परिवारों के घर में होती थी, गरीब के घर दीये और ढिबरी के भरोसे रहते थे। आज के बिहार में लालटेन की जरूरत खत्म हो गई है। आज बिहार के हर गरीब के घर में बिजली का कनेक्शन है, उजाला है। आज बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज जैसे संस्थान खोले जा रहे हैं। वरना बिहार ने वो समय भी देखा है, जब यहां के बच्चे छोटे-छोटे स्कूलों के लिए तरस जाते थे। एनडीए का संकल्प है बिहार को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने सरकारी नियुक्तियों के लिए बिहार के नौजवानों से लाखों की रिश्वत खाई, वो फिर बढ़ते हुए बिहार को ललचाई नजरों से देख रहे हैं। हमें याद रखना है कि बिहार को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे। 2014 में केंद्र में सरकार बनने के बाद बिहार को डबल इंजन की ताकत मिली, राज्य में ज्यादा तेजी से काम हुआ है। आज बिहार में पीढ़ी भले बदल गई हो, लेकिन बिहार के नौजवानों को ये याद रखना है कि बिहार को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे। बिहार के लोग भूल नहीं सकते वो दिन जब सूरज ढलते का मतलब होता था, सब कुछ बंद हो जाना, ठप पड़ जाना। आज बिजली है, सड़के हैं, लाइट है और सबसे बड़ी बात कि वो माहौल है, जिसमें राज्य का सामान्य नागरिक बिना डरे रह सकता है, जी सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में बिहार ने अपने दो सपूतों को खोया है, जिन्होंने यहां के लोगों की दशकों तक सेवा की है। मेरे करीबी मित्र और गरीबों, दलितों के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले और आखिरी समय तक मेरे साथ रहने वाले रामविलास पासवान जी को मैं श्रद्धाजंलि अर्पित करता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में का बा का जवाब उसी अंदाज में दिया। कहा, बिहार में सम्मान बा, स्वाभिमान बा। भारत के सम्मान बा बिहार, भारत के स्वाभिमान बा बिहार, भारत के संस्कार बा बिहार।

प्रधानमंत्री ने कहा, ये लोग कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो आर्टिकल 370 फिर लागू कर देंगे। इतना सब कहकर ये बिहार के लोगों से वोट मांगने की हिम्मत कर रहे हैं। क्या ये बिहार के लोगों का अपमान नहीं है। ये लोग जिसकी चाहे मदद ले लें, देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार के लोग कभी कन्फ्यूजन में नहीं होते। चुनाव के इतने दिन पहले ही अपना स्पष्ट संदेश दे रहे हैं। जितने सर्वे हो रहे हैं, जितनी भी रिपोर्ट आ रही है, सभी में यही आ रहा है कि बिहार में फिर एक बार एनडीए की सरकार बनने जा रही है। बिहार के लोगों ने मन बना लिया है, ठान लिया है कि जिनका इतिहास बिहार को बीमारू बनाने का है, उन्हें आसपास भी नहीं फटकने देंगे।  

उन्होंने नीतीश कुमार की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए तेजी से जो फैसले लिये गये हैं, जिस तरह बिहार के लोगों ने काम किया, नीतीश कुमार के लोगों ने, एनडीए सरकार ने काम किया, उसके नतीजे आज दिख रहे हैं। दुनिया के बड़े-बड़े अमीर देशों की हालत किसी से छिपी नहीं है। अगर बिहार में तेजी से काम न हुआ होता तो ये महामारी न जाने कितने साथियों की, हमारे परिवारजनों की जान ले लेती, कितना बड़ा हाहाकार मचता, इसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। मैं बिहार के लोगों को इतनी बड़ी आपदा का डटकर मुकाबला करने के लिए बधाई देना चाहता हूं।

उन्होंने कहा कि मंडी और एमएसपी तो बहाना है, असल में विपक्षी दलों को दलालों और बिचौलियों को बचाना है। लोकसभा चुनाव से पहले जब किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे देने का काम शुरु हुआ था, तब इन्होंने कैसा भ्रम फैलाया था। जब राफेल विमानों को खरीदा गया, तब भी ये बिचौलियों और दलालों की भाषा बोल रहे थे।  

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