मजदूरों की मौत पर जश्न मना रही है भाजपा : तेजस्वी
पटना। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी ने वर्चुअल रैली करके रविवार को बिहार विधानसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया तो दूसरी तरफ जेल में बंद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने इसके विरोध में आज थाली पीटकर गरीब अधिकार दिवस मनाया। राजद ने रविवार को पूरे प्रदेश में गरीब अधिकार दिवस मनाते हुए खूब थालियां पीटीं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राबड़ी देवी के सरकारी आवास के बाहर आकर थाली पीटकर गरीब अधिकार दिवस मनाया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी , तेजप्रताप यादव समेत अन्य राजद कार्यकर्ता भी उपस्थित थे और इन लोगों ने भी थाली पीटी। तेजस्वी यादव ने थाली बजाने के बाद भाजपा पर जमकर हमला किया है। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा दुनिया की ऐसी पहली पार्टी है जो मजदूरों की मौत पर जश्न मना रही है। उन्होंने कहा कि मैं अमित शाह और नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि क्या मजदूर चोर होते हैं? ऐसी बेहूदा चिट्ठी पुलिस मुख्यालय से कैसे निकली? उन्होंने कहा कि उस चिट्ठी के डीएनए में ही खोट है। इसी लिए हमने प्रतिकार किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार के क्वारेंटीन सेंटर में रहने के लिए लोग पैरवी कर रहे हैं। इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि वे अंधे हो गए हैं। अगर उनको नहीं दिखता तो हमको समय दें, हम वीडियो दिखा देंगे। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मास्क नहीं लगाने की बात कहकर लोगों को गुमराह किया है। कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों को हुई परेशानी का प्रतिकार करते हुए राजद ने रविवार को गरीब अधिकार दिवस का आयोजन किया था। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी के विधायकों के साथ ताली बजाकर सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। राबड़ी देवी के आवास के बाहर राजद के कई विधायक भी मौजूद थे। वहां उन्होंने भी थाली बजाई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा गया है। लोगों के खड़ा होने के लिए गोल घेरा बनाया गया था। उधर, छात्र राजद के कार्यकर्ताओं ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के आवास के बाहर छोटे बच्चों के साथ थालियां बजाईं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार में गरीब अधिकार दिवस मनाने का एलान किया था जिसके बाद पार्टी ने राज्यभर में इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां कीं। हर जिले में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अपने समर्थकों और गरीबों के साथ थाली और कटोरा बजाते रहे। तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति में मजदूरों को एक नए वोट बैंक की तरह लेकर चलना चाहते हैं, लिहाजा उनके निशाने पर नीतीश सरकार है।
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