लाइक और शेयर के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश

लाइक और शेयर के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश

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नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी जिला के साइबर सेल ने मोबाइल ऐप के जरिए लोगों से लाइक और शेयर के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर 30 बैंक खातों को सीज किया है। अभी तक की जांच में करीब 10 करोड़ से अधिक […]
नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी जिला के साइबर सेल ने मोबाइल ऐप के जरिए लोगों से लाइक और शेयर के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर 30 बैंक खातों को सीज किया है। अभी तक की जांच में करीब 10 करोड़ से अधिक की ठगी का पता चल चुका है। ठगी का यह आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है। 
जिला पुलिस उपायुक्त इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपितों की पहचान बिजवानसन निवासी भीम कुमार (26), किशनगंज निवासी जितेंद्र कुमार (34), गुरुग्राम निवासी रोहित कुमार (33), मोतीबाग निवासी अरुण कुमार (27),  गुरुग्राम निवासी सागर शर्मा (25), रोहिणी निवासी राजीव अग्रवाल (63) और  करोलबाग निवासी रवि कुमार (37) के रूप में की है। आरोपितों को एसीपी ऑपरेशन अभिनेंद्र जैन और एसीपी मनु हिमांशु की देखरेख में इंस्पेक्टर साइबर सेल रमन कुमार की टीम में शामिल एसआई प्रभात, नीरज, देवेंद्र, मुकेश, हेडकांस्टेबल डालचंद, कांस्टेबल बसंत आदि ने गिरफ्तार किया है। इस पूरे ऑपरेशन को एडिशनल डीसीपी साउथ-वेस्ट अमित गोयल के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। पुलिस ने आरोपितों के पास से एक लैपटॉप, 19 मोबाइल फोन, रुपयों के लेनदेन की एक डायरी आदि बरामद किया है। 
ऐसे चलता था ठगी का नेटवर्क
गिरफ्तारी के बाद आरोपितों ने बताया कि लव लाइफ नाम की मोबाइल एप्लीकेशन की आड़ में सोशल मीडिया पर यूजर्स को घर बैठे हजारों लाखों रुपये कमाने का झांसा जाता। लोगों को बताया जाता कि उन्हें सिर्फ फेसबुक, इंस्टाग्राम चलाते हुए कुछ पोस्ट को लाइक और शेयर करना है लेकिन पहले 10 से 50 हजार रुपए जमा करने होंगे जो उनके खाते में ही चढ़ा दिए जाएंगे। पीड़ित जब रकम जमा करता तो वह रकम उसके मोबाइल एप्लीकेशन वाले एकाउंट में जमा दिखाई जाती। पीड़ित यह समझता कि वक्त पड़ने पर वह इस रकम को निकाल लेगा। 
रकम नहीं हुई ट्रांसफर तो खुला राज
जब यूजर्स ने इस रकम को निकालने या दूसरे ई-वायलट अकाउंट में ट्रांसफर करने की कोशिश की तो वे असफल रहे। तब पता चला कि यह रकम सिर्फ मोगाइल ऐप पर ही दिखाई देती है। इसे ट्रांसफर नहीं किया जा सकता था। तब लोगों को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ। लेकिन तब तक आरोपी मोबाइल ऐप को बंद कर अंडरग्राउंड हो चुके थे।
एक ट्वीट पोस्ट के आधार केस दर्ज
पुलिस अधिकारी ने बताया कि साउथ-वेस्ट जिले की साइबर सेल को एक सोशल मीडिया यूजर ने ट्विटर पर शिकायत दी थी। जिसमें उसने लाइक ऐप के बारे में बताया था। एडिशनल डीसीपी अमित गोयल की देखरेख में टीम का गठन किया गया। जिसके बाद पुलिस ने सभी सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर‌ लिया। कुछ आरोपियों के इंपोर्ट-एक्सपोर्ट बिजनेस थे और उन्होंने अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए 50 लाख रुपए के छुहारे खरीद लिए थे। आरोपियों ने छुहारा कोल्ड स्टोर में सुरक्षित रखा था। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।  इस साज़िश का सरगना दुबई में रहता है, जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। 
क्या है लव लाइफ एप्लीकेशन
पुलिस के मुताबिक, फेसबुक के कई ग्रुप्स की पोस्ट्स पर लाखों लाइक देखने को मिलती है। वह ज्यादातर ऐसे ऐप से ही किया जाता था। इसमें जुड़ने वाले को एनरोलमेंट फीस देने के बाद काम मिल जाता था। आरोपियों ने कुछ लोगों को पैसे लौटाए भी और उन्हें कहा कि वे सोशल मीडिया पर इसका प्रचार करें।

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