सागर सूरज
मोतिहारी। राजद के द्वारा पूर्वी चंपारण जिला में स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के लिए विधान परिषद के उम्मीदवार के मामले में अपना पता खोल देने की बात कही जा रही है। अगर खबरों को माने तो राजद के पूर्व विधायक राजेश रंजन उर्फ़ बब्लू देव को राजद ने अपना उम्मीदवार बनाया है। हालाँकि गत 5 जनवरी को राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने एक पत्र जारी कर कहा कि पूर्वी चंपारण के लिए अभी किसी भी उम्मीदवार के नाम पर पार्टी का मोहर नहीं लगा है, जबकि राजद की जिला कमिटी बब्लू देव को टिकट दिए जाने की बात कह रही है।
इधर राजद अन्दर खाने की माने तो सोमवार- मंगलवार तक पार्टी अपने उम्मीदवार के नाम की औपचारिक घोषणा कर सकती है। हालाँकि यह पार्टी अपने परम्पराओं के अनुसार टिकट देकर वापस भी ले लेती है, अंतिम समय में कुछ भी हो सकता है, फिर भी इस दौड़ में बब्लू देव ऊपर हैण्ड माने जा रहे है। हालाँकि एनडीए के उम्मीदवार की अभी घोषणा होनी बाकि है, बावजूद इसके एनडीए और महागठबंधन के बीच राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गयी है। एनडीए के तरफ से उम्मीदवारों के दौड़ के कई लोग है, लेकिन इस दौड़ में बब्लू गुप्ता का नाम सबसे आगे है, फिर भी एनडीए किसको अपना उम्मीदवार बनाएगा ये कहना मुश्किल है। इधर राजद के तरफ से उम्मीदवारी के दौड़ में बब्लू देव के अलावा वरीय अधिवक्ता पप्पू द्विदेदी, अलोक शर्मा और पूर्व विधायक महेश्वर सिंह भी शामिल थे, लेकिन बब्लू देव को पार्टी उम्मीदवार बनाने की बात जैसे ही सोशल मीडिया पर आई पप्पू द्विवेदी, अलोक शर्मा और महेश्वर सिंह के खेमे में उदासी छा गयी, वही दूसरी ओर बब्लू देव धुआधार जन संपर्क में लग गए है। सूत्रों की मने तो पप्पू दुबे को अगर नजर अंदाज कर दे तो तक़रीबन सभी दावेदारों के गॉड फादर अपने- अपने चहेतों को विधान परिषद् के टिकट दिलवाने को लेकर एड़ी-चोटी एक किये हुये है, लेकिन खबर के अनुसार बब्लू देव के बेहतर गठजोड़ के सामने सबको घुटने टेकने पड़ गये। पप्पू दुबे तो पूर्व से ही अपनी पार्टी के विधान परिषद् का टिकट हासिल करने के प्रयास में लगे थे, लेकिन जैसे ही राजद ने यह तय किया की यह सीट किसी भूमिहार को दिया जाये वैसे ही भूमिहारों के कई नेता सक्रिय हो गए। राज्य सभा सांसद सह- कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने तो बजाप्ता अलोक शर्मा के तरफ से इस सीट को लेकर दावा ठोक दिया। हलाकि महेश्वर सिंह राजपूत जाती से आते है और एक बेहतर नेता के रूप में उनकी प्रतिष्ठा भी है।
Comments