नवादा। डीएम की गालियों के विरुद्ध आवाज उठाने वाले नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड के बीडियो अमरेश कुमार मिश्रा ने डीएम यशपाल मीणा को लंबे चौड़े पत्र लिखकर जांच के नाम पर अधिकारियों की प्रताड़ना नीति की बखिया उधेड़ कर रख दी है। प्रशासनिक ग्रुप में डाल कर अपने आवेदन को डीएम को सकते में डाल दिया है। बीडियो मिश्रा ने लिखा है कि पंचायत चुनाव के समय साजिशकर्ताओं के आरोप की जांच के लिए दो सदस्य टीम को मेरे कार्यालय भेजा गया था। जिसमें सदर एसडीओ उमेश भारती तथा डीपीओ थे। उन्होंने लिखा है कि एसडीओ उमेश भारती ने उन्हें जांच के नाम पर काफी प्रताड़ित और अपमानित किया। लेकिन इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि आज तक उस जांच रिपोर्ट का फलाफल मुझे नहीं बताया गया। बीडियो ने कहा कि अगर मैं दोषी था, तो मुझे सजा मिलनी चाहिए थी या निर्दोष होने पर मुझे बताया जाना चाहिए था। लेकिन दोनों में से किसी प्रकार का काम नहीं कर मेरे मौलिक अधिकारों का घोर हनन कर मुझे जलील करने की कवायद की गई है।
उन्होंने तो यहां तक कह दिया प्राकृतिक ,संवैधानिक न्याय का तकाजा नहीं कि मुझे दोष बताए बिना जांच की गई। मुझसे मौखिक दोष बता कर जवाब भी लिया गया।जांच के दौरान मुझे काफी अपमानित और प्रताड़ित भी किया गया। लेकिन महीनों बीतने के बावजूद आज तक जांच रिपोर्ट का फलाफल नहीं बताया गया। जिससे साफ जाहिर है कि आपने जांच के नाम पर मुझे जलील किया है। उन्होंने तो डीएम पर यह भी आरोप लगाया कि शुरू से ही आप मुझे जलील करने की कोशिश करते रहें।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हर कीमत पर जांच का फलाफल मुझे चाहिए, ताकि मैं अपने इस प्रताड़ना के विरुद्ध सक्षम प्राधिकार का दरवाजा खटखटा कर अपनी मर्यादा को बचाने के साथ ही आत्मसम्मान व न्याय पाने की मौलिक अधिकारों रक्षा कर पाऊं। वीडियो मिश्रा के पत्र ने जिला प्रशासन में जांच के नाम पर रुपये लूटने वाले अधिकारियों की बखिया उधेड़ कर रख दी ।जिला प्रशासन जांच के नाम पर केवल बड़ा गाढ़ी कमाई करने में जुटा है। जिससे प्रशासनिक ढांचा चरमरा कर रह गया है। जिले में भ्रष्टाचार की गंगोत्री बहाने वाले अधिकारी डीएम के प्रिय पात्र बनकर जिले को लूटने में मशगूल हैं वही जनता अपने अधिकारों से विमुख होकर कराह रही है।
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