सागर सूरज
मोतिहारी। गत महीने कचरा प्रबंधन के लिए बनाये गए वेस्ट प्रबंधन यूनिट को बदमाशों द्वारा तोड़े जाने के बाद दर्ज प्राथमिकी मे अब तक किसी भी नामजद अभियुक्त की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है और ना ही वरीय अधिकारियों का इस मामले में पर्वेक्षण टिप्पणी ही निकला है। नजीतन, बदमाशों का हौसला सातवे आसमान पर है और इलाके में कई सरकारी यूनिट इन बदमाशों के निशाने पर आ गई है। सनद रहे कि गत 23 अप्रैल को पताही पूर्वी पंचायत मे निर्माणाधीन वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट को कुछ असमाजिक तत्वों ने जमीनी विवाद की बात कहते हुये ध्वस्त कर दिया था। पकड़ीदयाल एसडीओ कुमार रविन्द्र ने घटना स्थल का निरिक्षण करते हुये प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया था। पंचायत सचिव शम्भू शरण के द्वारा दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सरकारी सम्पति नुकसान की प्राथमिकी भी दर्ज की गयी। अभियुक्तों में रामबाबू प्रसाद, रणधीर कुमार सिंह, मनीष कुमार, संजय साह, अमित कुमार, किशोरी दास आदि लोगों के विरुद्ध कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ, लेकिन आज तक करवाई नहीं हो सकी।
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना एसएलडब्लूएम के अंतर्गत बन रहे प्रोसेसिंग यूनिट को ध्वस्त करने के मामले में सरकारी कार्यों में बाधा का भी मुकदमा दर्ज किया गया। अभियुक्तों की हिम्मत तो देखिये कि कार्य करवा रहे पंचायत के स्वक्षता पर्वेक्षक रंजन कुमार को निर्माण कार्य ध्वस्त करने से पूर्व धमकी दी गयी। घटना के बाद बदमाशों के द्वारा कई सामान भी उठा कर ले जाने का आरोप दर्ज प्राथमिकी में लगाया गया, लेकिन इसके बाद भी करवाई नहीं हो सकी। कार्रवाई में देरी को लेकर उक्त इलाके के सरकारी कार्यों को करवा रहे कर्मियों में आक्रोश है। आरोप है कि अभियुक्तों को भाजपा की एक बड़ी नेत्री मदत कर रही है और पुलिस अधिकारियों पर दबाब भी बना रही है ताकि बदमाश उक्त मुक़दमे से मुक्त हो सके। पक्ष लेने के लिए पताही थाने के सरकारी नंबर पर जब फोन किया गया तो फोन बंद मिला वही पकड़ीदयाल डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने कहा हर हाल में गिरफ़्तारी होगी। एक दो दिन में लिखित आदेश भी जारी कर दिया जायेगा। व्यस्तता के वजह से पर्वेक्षण टिपण्णी में देरी हुई है। बता दे कि जिले में सरकारी कार्यों में व्यवधान की लगातार खबरें आ रही है।
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