पटना। बिहार में जाति आधारित गणना को लेकर सरकार ने अधिकारी एवं कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित कर दी है। इसके लिए आठ स्तरों पर अधिकारी एवं कर्मियों की टीम का गठन किया गया है।
इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है। पत्र में डीएम से लेकर गणना कर्मियों के काम के बारे में दिशा-निर्देश जारी किया गया है। कहा गया है कि जिलाधिकारी मनरेगा कर्मी, शिक्षक, आंगनवाड़ी सेविका एवं जीविका समूह की महिलाएं और लिपिक जिसके माध्यम से भी जनगणना का काम कराना चाहते हैं करा सकते हैं, इसके लिए वह स्वतंत्र हैं।
सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव डॉ. बी. राजेंदर ने साफ किया कि जाति आधारित गणना के तहत आंकड़ों का संग्रह डिजिटल मोड/मोबाइल ऐप से किया जाना है। गणना की गोपनीयता हर हाल में होनी चाहिए।
पत्र में डीएम से लेकर प्रगणक के कामों का बंटवारा किया गया है। सरकार ने कहा है कि गणना के लिए सभी जिलों के डीएम को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। जिला अधिकारी इस कार्य के लिए ग्राम स्तर, पंचायत स्तर एवं उच्च स्तर पर कर्मियों की सेवा ले सकेंगे।
सामान्य प्रशासन की ओर से जारी पत्र के अनुसार जिला अधिकारी को प्रधान गणना अधिकारी सह नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। वहीं अपर समाहर्ता, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को अपर प्रधान गणना पदाधिकारी बनाया गया है। सभी अनुमंडल के एसडीओ अनुमंडल गणना पदाधिकारी होंगे।
नगर आयुक्त, कार्यपालक पदाधिकारी नगर चार्ज अधिकारी होंगे। प्रखंड विकास पदाधिकारी- प्रखंड चार्ज अधिकारी होंगे। अपर नगर आयुक्त, सिटी मैनेजर सहायक नगर अधिकारी, अंचलाधिकारी को सहायक प्रखंड चार्ज अधिकारी बनाया गया है। पर्यवेक्षक प्रगणक के पद पर उच्च स्तर के कर्मी रहेंगे।
सरकार ने कहा है कि प्रगणक यानि गणना करने वाले शिक्षक, लिपिक, मनरेगा, आंगनवाड़ी, जीविका के कर्मी होंगे। डीएम अपने अनुसार प्रगणक बनायेंगे। सरकार ने सभी अधिकारियों और कर्मियों की ड्यूटी और जवाबदेही क्या होगी, इसकी पूरी जानकारी सभी डीएम को दी है।
पत्र में कहा गया है कि सभी अपनी ड्यूटी का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी से करेंगे। प्रगणक के बारे में कहा गया है कि वह मकान नंबरिंग करेंगे। मोबाइल एप और प्रपत्र के अनुसार आंकड़ों को भरेंगे।
व्यक्तिगत आंकड़ों में किसी भी तरह के बदलाव या छेड़छाड़ नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही इसकी सूचना किसी दूसरे व्यक्ति को नहीं देना है, यानि गणना को गोपनीय रखना है। कोई मकान, कस्बा या क्षेत्र छूटे नहीं, इसका पूरा ध्यान रखना है।
गणना के काम में यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर गलत जानकारी देता है या फिर जानकारी देने से इनकार करता है तो गणना कर्मी इसकी जानकारी चार्ज अधिकारी को दें। वे इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करेंगे। यदि कोई गणना कार्य के लिए विभिन्न मकानों, स्थानों पर अंकित चित्र या सूचना हटाता है तो चार्ज पदाधिकारी इस संबंध में निर्धारित कार्रवाई करेंगे।
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