गंडक में वाल्मीकिनगर बराज से छूटा 1.52 लाख क्यूसेक पानी, बूढ़ी गंडक, लालबकेया का बढ़ रहा जलस्तर
मोतिहारी। जिले में गंडक सहित अन्य नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा। नेपाल सहित पूर्वी चंपारण में हो रही लगातार बारिश ने बाढ़ की आशंका बढ़ा दी है। गंडक में प्राप्त सूचनार्थ वाल्मीकिनगर बराज से बुधवार को एक लाख 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
बूढ़ी गंडक, लालबकेया, बागमती नदी में बारिश से जलस्तर बढ़ने की सूचना है। फिलहाल जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। पकड़ीदयाल एसडीओ कुमार रविंद्र सहित अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी लगातार बांधों का निरीक्षण कर रहें।
बताया जाता है कि गंडक का डुमरियाघाट में जलस्तर बढ़ गया है। संग्रामपुर, अरेराज, केसरिया प्रखंड के नीचले इलाकों में पानी आने की सूचना है। जगह-जगह तटबंधों पर बोरा में बालू भरकर रखा गया है।
बूढ़ी गंडक सहित अन्य नदियों के तटबंधों के आसपास रह रहे लोग भयाक्रांत है। इधर, बेतिया में गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज से एक लाख 32 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
मोतिहारी जिला आपदा समार्हत्ता अनिल कुमार एवं आपदा प्रभारी अमृता कुमारी ने संयुक्त रूप से बताया कि जिले में संभावित बाढ़ के मद्देनजर नदियों की स्थिति पर नजर बनाएं हुए हैं।
सभी को सतर्क रहने को कहा गया है। जल निस्सरण व जल संसाधन विभाग के अभियंताओ को जिओ बैग को लेकर तैयार रहने को कहा गया है, ताकि कटाव एवं तटबंधो की सुरक्षा में किसी प्रकार की कमी ना हो।
पानी-पानी हो गया शहर
जिले में मंगलवार की देर रात से हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जगह-जगह जलजमाव की स्थिति है। सदर अस्पताल परिसर सहित आसपास जलजमाव होने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा।
बारिश की वजह से लोग अपने-अपने घरों से विलंब से निकले। राहगीरों को काफी परेशानियों से दो-चार होना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जगह-जगह बारिश ने राहगीरों की परेशानी बढ़ा दी। बारिश से बिजली आपूर्ति पर भी असर पड़ा है। ट्रिपिंग की समस्या से लोग परेशान थे।
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