मोतिहारी में एसपी ने पचपकड़ी ओपी थानाध्यक्ष व जमादार को किया निलंबित, जानिए क्या है मामला
मोतिहारी। पचपकड़ी ओपी थानाध्यक्ष विक्रांत सिंह व जमादार बीडी सिंह को निलंबित कर दिया गया है। रिश्वत लेकर पिता-पुत्र को छोड़ने मामले में पुलिस कप्तान डॉ कुमार आशीष ने यह कार्रवाई की।
पचपकड़ी ओपी थानाध्यक्ष सहित दोनों को निलंबित करते हुए लाइन हाजिर कर दिया है। मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक से प्राप्त जांच प्रतिवेदन के बाद एसपी ने यह कार्रवाई की।
गौरतलब हो कि सिकरहना अनुमंडल क्षेत्र के पचपकड़ी ओपी थानाध्यक्ष विक्रांत सिंह एवं जमादार बीडी सिंह पर भंडार गांव निवासी मो. खोदादिन ने झूठे केस में फंसाने को लेकर 9.50 लाख रूपए घुस लेकर छोड़ने को लेकर एसपी को आवेदन दिया था।
आवेदन में उसने कहा है कि पचपकड़ी ओपी प्रभारी विक्रांत सिंह एवं जमादार बीडी सिंह ने पहले बिना किसी जुल्म के उठा लिया और गुप्त जगह पर रखा। वहीं 9.50 लाख रूपए घूस लेने के बाद छोड़ा।
मामले की जानकारी मिलने के बाद एसपी ने जांच टीम गठित की और तहकीकात कर कार्रवाई का भरोसा दिया है। खोदादिन ने आवेदन में बताया था कि 10 जुलाई घर पर थे। पचपकड़ी ओपी के जमादार बीडी सिंह घर पहुंचे।
इसके बाद गाड़ी पर बैठा लिया यह कहकर कि बड़ा बाबू ने बुलाया है। थाना पर पहुंचने के बाद हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद अगले दिन सुबह पुत्र मो. हाशिम को फोन पर पूछताछ के नाम पर थाना पर बुलाया।
इसके बाद उसे भी हिरासत में ले लिया गया। आवेदक ने बताया कि थानेदार विक्रांत सिंह ने कहा कि मैनेज करो नहीं तो जेल भेज देंगे। इस बीच खोरीपाकर के थाना का दलाल लाल बाबू सिंह से इशारों में बात की।
फिर उसने कहा कि मैनेज करो, नहीं तो जेल जाना पड़ेगा। उसने 15 लाख रूपए की मांग की। थाना प्रभारी और जमादार ने 9.50 लाख रूपए पर बात फाइनल किया।
पैसा लेने के बाद छोड़ दिया गया। एसपी ने मामले में जांच के आदेश दिया था। जांच प्रतिवेदन के आधार पर एसपी ने यह कार्रवाई की।
रक्सौल थानाध्यक्ष शशिभूषण ठाकुर को निलंबित कर दिया गया है। एएसपी, रक्सौल से प्राप्त जांच प्रतिवेदन से सहमत होने के बाद पुलिस कप्तान डॉ कुमार आशीष ने यह कार्रवाई की।
रक्सौल थानाध्यक्ष पर अनुसंधान में प्रलोभन स्वीकार करने एवं रूपए मांगने का आरोप है। इसके बाद उन पर अनुशासनिक कार्रवाई की गई।
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