पटना। राजधानी पटना में मंगलवार को भूमिहार-ब्राह्मण समाज के अग्रणी नेताओं का जमावड़ा हुआ। लम्बे समय से समाज के लोगों की सत्ताधारी दलों से उपेक्षा पर विचार करने के लिए नेताओं और समाज के प्रबुद्धजनों ने यहां बैठक की।
पूर्व में हुए बैठकों के अनुभव के आधार पर भूमिहार समाज के लोगों ने गत 21 मार्च को वीणा शाही, पूर्व मंत्री के आवास हुई बैठक में लिए गए फैसले का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया। संगठन को स्थाई और स्पष्ट स्वरूप देने के लिए 51 सदस्यीय राज्य कमेटी का गठन हुआ है।
बैठक में निर्णय हुआ कि फ्रंट से जुड़े पूर्व मंत्री और पूर्व विधायकों के अतिरिक्त प्रत्येक जिले से कम से कम एक प्रतिनिधि राज्य कमेटी में हों तथा हरेक जिले में संयोजक बनाया जाए। साथ ही सर्वसम्मति से नीला और केसरीया रंग के झंडे को स्वीकार किया गया। यह भी निर्णय हुआ कि 51 सदस्यों की जिला कमेटी और 21 सदस्यों की प्रखंड, पंचायत कमेटी का भी गठन किया जाए। जिला कमेटी का अनुमोदन राज्य कमेटी एंव प्रखंड कमेटी का अनुमोदन जिला कमेटी, पंचायत कमेटी का अनुमोदन प्रखंड कमेटी क्रमवार करेगी।
बैठक को सम्बोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि भूमिहार-ब्राह्मण सामाजिक राजनैतिक फ्रंट सामाजिक-राजनैतिक क्षेत्र में अपनी भागीदारी एवं हिस्सेदार सुनिश्चित करने के प्रति कटिबद्ध है। संगठन अपने नीति सिद्धांत एवं भविष्य के कार्यक्रम पर अलग से फोल्डर जारी करेगी। फिलहाल फ्रंट की प्राथमिकता इसके संगठन एवं जनाधार का विस्तार और मजबूतीकरण पर केंद्रित है। इसके तहत अप्रैल 2021 में जहानाबाद, अरवल, नवादा, मोतीहारी, औरंगाबाद और नालंदा में सम्मेलन आयोजित की जायेगी।
राज्य समिति में प्रो.रामजतन सिन्हा पूर्व मंत्री को अध्य़क्ष और अवनीश सिंह, वीणा शाही, डॉ.अरुण कुमार को उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अतिरिक्त जनार्दन शर्मा और अनिल कुमार को महामंत्री बनाया गया है। विशेष आमंत्रित सदस्य-सह संरक्षक मंडल के लिए डॉ.अखिलेश प्रसाद सिंह सांसद, डॉ.महाचंद्र प्रसाद सिंह पूर्व मंत्री, नवल किशोर शाही पूर्व मंत्री, सुरेश शर्मा पूर्व मंत्री और रमाकांत पाण्डेय पूर्व विधायक प्रमुख थे।