जोधपुर। एम्स अस्पताल में वार्ड बॉय की नौकरी करने वाले युवक को उसके एक दोस्त ने फोन कर बुलाया। फिर सारण नगर स्थित एक मकान पर लेकर गया। वापिस लौटकर आने को कहा और चला गया। कुछ देर बाद कमरे पर दो युवक और युवती आए। इन्होंने बाद में आपत्तिजनक तस्वीरों के बाद ब्लैकमेल किया। बंधक बनाए गए एम्स वार्ड बॉय को उसके परिजन को दोस्त ने शातिर से फोन करवाया और 70 लाख रुपयों की डिमांड की। पुलिस को सूचना मिली और दो दिन से बंधक युवक को देर रात कमरे पर दबिश देकर छुड़ाया। पुलिस ने दो महिलाओं सहित चार व्यक्तियों गिरफ्तार कर लिया। जिनसे अब पूछताछ चल रही है।
एसीपी राजेंद्र प्रसाद दिवाकर ने बताया मूलत: बाड़मेर के धोरीमन्ना हाल एम्स अस्पताल में वार्ड बॉय की नौकरी करने वाले एक युवक के पिता की तरफ से रिपोर्ट दी गई। इसमें बताया कि उसका पुत्र एम्स में नौकरी करता है। 3 अक्टूबर को उसके गांव धोरीमन्ना के ही रहने वाले पाबूराम पुत्र प्रतापराम ने उसके पुत्र को फोन कर बुलाया और फिर सारण नगर बनाड़ स्थित एक मकान पर लेकर गया। पाबूराम उसके पुत्र को वहीं कमरे पर छोड़ कर वापिस आने का बोल गया। फिर उसके कमरे पर दो युवक और एक युवती आई। इन लोगों ने पहले उसके पुत्र के साथ मारपीट की और फिर एससीएसटी एक्ट केस में फंसाने और फोटो के बल पर धमकाने का प्रयास किया।
बाद में पाबूराम ने अपने शातिर दोस्त पवन के जरिए पीडि़त के पिता के भांजे को फोन किया। पवन ने फोन कर कहा कि बंधक बनाया गए युवक ने उसकी बहन से छेड़छाड़ की है और पुत्र को छुड़ाने के एवज में 70 लाख रुपये मांगे। पीडि़त के पिता भांजे से आए फोन पर वह जोधपुर पहुंचा और बनाड़ पुलिस को सूचना दी गई। घटना को लेकर हरकत में आई पुलिस ने देर रात सारण नगर स्थित पाबूराम के कमरे पर रेड दी। जहां से एम्स वार्ड बॉय युवक को मुक्त करवाने के साथ वहां से एक युवती, एक महिला और चार पुरुषों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस अब पकड़े गए अभियुक्तों से पड़ताल में जुटी है।
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