मोतिहारी में प्राकृतिक संसाधनों का दोहन शोषण बदस्तूर जारी

मोतिहारी में प्राकृतिक संसाधनों का दोहन शोषण बदस्तूर जारी

Reported By BORDER NEWS MIRROR
Updated By BORDER NEWS MIRROR
On

बालू, माटी लदे बिना नंबर के ट्रेक्टर माफिया-अधिकारी गठजोड़ का नतीजा

मोतिहारी। जिले में प्राकृतिक संसाधनों का दोहन शोषण लगातार जारी है। एक तरफ खनन माफिया और स्थानीय पुलिस के नापाक गठजोड़ से जिले के विभिन्न नदियों, नालों एवं नहरों से बालू, मिट्टी की खुदाई जारी है, वही ऐसे अवैध खनन के मामले में खनन विभाग के चन्द अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत की भी बात कही जा रही है। सड़क पर दिन दहाड़े बालू लदे ट्रेक्टर को खुले चौराहे से थाने के सामने से गुजरता देखा जा सकता है।

Read More 10 किलो चरस के साथ गिरफ्तार सरकारी शिक्षक को मिली जमानत, पुलिस के “प्लांटेड चरस” खेल पर भी सवाल 

हालांकि हाल के दिनों में खनन विभाग के दबिश के कारण दिन में माफिया कम सक्रिय दिख रहे, जबकि रात में उनकी चांदी होती है दर्जनों की संख्या में ट्रेक्टर शहर के आस- पास के इलाकों से बालू काटते नजर आ सकते है, वही मिट्टी की बात तो पूछिए ही नहीं। मिट्टी माफिया मुख्य रूप से सरकारी वीरान जमीनों को टारगेट करते है, जिसमे स्थानीय पुलिस उनका सहयोग करती है।

 

WhatsApp_Image_2022-03-20_at_19_55_02

पूछने पर खनन पदाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि रात में खनन की सूचना मिली है। प्रशासनिक व्यवस्था के कारण करवाई नहीं हो सकी है, जल्द ही करवाई की जाएगी और अवैध खनन पर अंकुश लगायी जायेगी।

बता दे कि थाने के सामने से गुजरते बालू लादे ज्यादातर ट्रेक्टर बिना नंबर के होते है। जाहिर है यह प्रशासन को चकमा देने का माफियाओं का एक प्रयास होता है, वही ऐसे ट्रेक्टर को परिवहन विभाग क्यों नहीं रोकती और कार्रवाई करती ये भी जाँच का विषय है। बताया गया कि किसी एक ट्रेक्टर की अनुमति ली जाती है और दर्जनों की संख्या में वाहनों से बालू धोया जाता है। अगर यह कार्य जारी रहा तो एक दिन भयंकर प्राकृतिक आपदा का शिकार हो सकती है ये जिला। वैसे भी यह जिला पूर्व से ही बढ़ पीड़ित रहा है।

उल्लेखनीय है की एक तरफ बिहार सरकार जल- जीवन हरियाली के नाम पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है, तो दूसरी तरफ जल के प्रमुख स्त्रोतों से अवैध रूप से बालू और मिट्टी खनन जारी है। 9 अगस्त 2019 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल- जीवन हरियाली का शुभारंभ किया जिसके तहत 2019 से 2022 तक चौबीस हजार पांच सौ चौबीस करोड़ रुपए इस अभियान को लागू करने में खर्च किए जाने की योजना है। सरकार के इस अति महत्वकांक्षी योजना को सरकारी अधिकारी हीं पलीता लगाने में व्यस्त है। छतौनी थाना क्षेत्र के बरियारपुर, मुफस्सिल थाना अंतर्गत मधुबनी घाट, भरौलिया, गजपुरा, बूढ़ी गंडक नदी के किनारे टिकुलिया, हराज, लखौरा थाना अंतर्गत तिलावे में नदी, बरनावा घाट, बंजरिया थाना अंतर्गत सिजुआ नाले से रात के अंधेरे में अंधाधुन मिट्टी व बालू की कटाई जारी है। ऐसा आरोप है कि खनन विभाग, स्थानीय थाना और परिवहन विभाग की मिलीभगत से इसे अंजाम दिया जाता है। इस अवैध मिट्टी कटाई में जिन ट्रैक्टरों का प्रयोग किया जाता है उसके टेलर पर कोई रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं रहता जिसका लाभ इन माफियाओं को मिलता रहता है। 

Post Comment

Comments

No comments yet.

राशिफल

Live Cricket

Epaper

मौसम