"लिपनी गाँव हमले के तीन अभियुक्त पकड़े गए है और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को सभी अभियुक्तों पर जल्द से जल्द आरोप पत्र गठित करने का निर्देश दिया गया है, वही असामाजिक तत्वों से निबटने को लेकर ‘चिली ग्रेनेड’ और चिली स्प्रे बड़ी मात्रा मे मँगवाया जा रहा है"- पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात
सागर सूरज
मोतिहारी : अपराध और अपराधियों के प्रति “ज़ीरो टोलेरेन्स” अख्तियार करने वाले जिले के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात इन दिनों पुलिस टीम पर हमला करने वाले तत्वों की कब्र खोदने मे जुट गए है, साथ ही ऐसे तत्वों से निपटने को लेकर उन्होंने एक बेहतर जुगाड़ भी अपने पुलिस के हवाले कर दी है |
बता दे कि जिले के पहाड़पुर थाना क्षेत्र स्थित लिपनी गाँव मे अपहरण की शिकार एक लड़की संबंधित मुकदमे की जांच करने गए पुलिस टीम पर हमले के बाद पुलिस अधीक्षक खासे आक्रामक हो गए और जिले के पुलिस अधिकारियों की एक बैठक बुला कर सभी क्षेत्रों से पुलिस पर हुये हमलों से संबंधित अभियुक्तों के विरुद् एक विशेष “क्रैक डाउन” शुरू करने का आदेश दे दिया, जिसमे 24 घंटे के भीतर ही 42 अभियुक्तों को पकड़ कर जेल के सलाखों के पीछे भेज दिया गया है |
लिपनी गाँव वाले वायरल विडिओ मे दिख रहा एक पुलिस अधिकारी हमले के बाद हाँथ मे पिस्टल निकाल लेता है, ताकि लोग डर जाए, फिर भी ग्रामीण मार- मार कर अधिकारी के सर फोड़ देता है | मामले मे मुन्ना कुमार और सोनू कुमार नामक दो पुलिस कर्मी बुरी तरह से जखमी हो गए थे |
मामले के तुरंत बाद एक महिला अनीता कुमारी को पुलिस ने पकड़ लिया था, परंतु शनिवार को उक्त मामले मे दो और अभियुक्त कपिलदेव कुमार और संजय कुमार पकड़े गए है | मामले मे कुल सात नामजद तथा 10-से 15 अप्राथमिक अभियुक्तों की गिरफ़्तारी को लेकर पुलिस अधीक्षक ने ना केवल थानाध्यक्ष की सैलरी रोकी है, बल्कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, अरेराज रंजन कुमार और स्थानीय सर्कल इन्स्पेक्टर से शो कॉज़ करते हुए घटना मे कार्रवाई मे देरी का कारण भी पूछा है |
यही नहीं पुलिस अधीक्षक ने अपने अधिकारियों को हथियार के साथ- साथ डीआरडीओ निर्मित चिली ग्रेनेड से लैश रहने का आदेश दिया है | इसके लिए एजेंसी से बड़ी मात्रा मे चिली स्प्रे और ग्रेनेड की मांग की गई है, ताकि ऐसे भीड़ से निपटा जा सके|
बताया गया कि नॉर्थ पूर्व के कई राज्यों सहित आर्मी और पारा मिलिटरी फोर्स के लोग इस “चिली ग्रेनेड” का इस्तेमाल करते रहे है | इसका पहला ट्रायल वेस्ट बंगाल मे हुई, फिर हरियाणा और दिल्ली मे भी भीड़ को तितर- बितर करने मे इसका कई बार इस्तेमाल हुआ है | इसमे खास मिर्च के इस्तेमाल होने के कारण लोगों के शरीर मे भारी जलन शुरू हो जाती है, फिर लोग भागने लगते है |
उल्लेखनीय है कि पूर्व मे जिले मे कई जगह पुलिस टीम पर हमला किया गया | ऐसे हमले विशेष कर शराब के ठिकानों पर छापेमारी के दरमियान हुई बताई जाती है | वर्षों पूर्व के कई ऐसे मामलों के अभियुक्त आज भी खुलेआम घूम रहे है, जिसमे से कइयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है | ऐसे मामलों के ज्यादातर अभियुक्तों को जिले के नेताओं के संरक्षण प्राप्त होते है |
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने कहा कि लिपनी गाँव हमले के तीन अभियुक्त पकड़े गए है और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को सभी अभियुक्तों पर जल्द से जल्द आरोप पत्र गठित करने का निर्देश दिया गया है, वही असामाजिक तत्वों से निबटने को लेकर ‘चिली ग्रेनेड’ और चिली स्प्रे बड़ी मात्रा मे मँगवाया जा रहा है |
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