अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी,अरेराज रंजन कुमार ने ‘बॉर्डर न्यूज़ मिरर’ से बात करते हुए बताया कि तीनों महिलाओं के बरामद शव के मामले मे बरामद स्थान से साक्ष्य ले लिए गए है | सभी साक्ष्यों की विश्लेषण के बाद शव की पहचान की जाएगी और घटना के असली कारण का पता लगाया जाएगा | हत्या की स्थिति मे अभियुक्तों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी |
सागर सूरज
मोतिहारी : हाल के दिनों मे पूर्वी चंपारण मे बरामद कई अज्ञात लाशें पुलिस के लिये पहेली बनी हुई है | लाशों की प्रायः पहचान के बाद ही पुलिस अनुसंधान आगे बढ़ पाती है | शुक्रवार को चकिया और कल्याणपुर सीमा के नजदीक स्थित बृंदाबन गाँव के एक सरेह से बरामद तीन- तीन महिलाओं के बरामद शव को लेकर भी पुलिस की कमोवेश यही स्थिति है | हालांकि इस मामले मे भी पुलिस पूरी संजीदगी के साथ फोरेसिक टीम और डॉग स्क्वाड के साथ लगे होने का दावा कर रही है |
मुफ़सील थाने के मधुबनी गाँव मे सिकरहना नदी से 13 फरवरी को पुलिस ने एक युवक के अज्ञात लाश को बरामद किया | क्राइम सीन से फोरेंसिक टीम ने कई साक्ष्य एकत्रित किये और शव को बेहतर पोस्ट्मॉर्टेम के लिए एसकेएमसीएच भेजा ताकि कुछ भी क्लू मिल सके | पुलिस ने कहा पानी मे शव के फूल जाने से पहचान करना मुस्किल हो रहा है | यानी इस मामले मे भी पुलिस अभी तक अंधेरे मे ही तीर मारती नजर आ रही है |
उधर 25 दिसंबर, 2024 को रामगढ़वा थाना क्षेत्र के दुबोली गाँव मे सड़क किनारे स्थित एक झाड़ी से बरामद एक वर्षिय बच्चे के शव की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ सकी है | बेतिया पुलिस इसे मझौलीया मे बरामद एक महिला के शव से जोड़ कर देख रही थी, परंतु इस मामले का अनुसंधान भी किसी नतीजे पर नहीं पहुँच सका बताया जाता है |
कल्याणपुर-चकिया सीमा स्थित एक सरेह के पानी से बरामद तीनों महिलाओं के चेहरे भी पहचान से परे है | पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात इन अज्ञात लाशों को लेकर काफी संजीदा दिख रहे है | उन्होंने अपने तेज- तर्रार अरेराज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रंजन कुमार के नेतृत्व मे एक विशेष अनुसंधान टीम (एसआईटी) गठित की है | पुलिस रंजन कुमार के ज्यादातर गंभीर मामलों के तह- तक पहुँचने के रिकार्ड के कारण इस मामले को सुलझाने के दावा करती है |
उधर 25 जुलाई 2024 को महुआवा थाना के कोरैया मे एक तालाब के पास बरामद शव का मामला भी पुलिस अनुसंधान के फाईलो मे कैद हो गई बताई जाती है | बाद मे मृतक के कथित परिजनों ने दावा किया कि मृतक कुरमिनिया के रहने वाले ब्रिजकिशोर राम थे | लेकिन पुलिस फाइल मे इस मामले को अज्ञात ही दिखाया गया और आज तक ना तो पुलिस के तरफ से मृतक की पहचान की गई और ना ही घटना के कारणों को ही स्पष्ट किया गया |
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, अरेराज रंजन कुमार ने ‘बॉर्डर न्यूज़ मिरर’ से बात करते हुए बताया कि तीनों महिलाओं के बरामद शव के मामले मे बरामद स्थान से साक्ष्य ले लिए गए है | सभी साक्ष्यों की विश्लेषण के बाद शव की पहचान की जाएगी और घटना के असली कारण का पता लगाया जाएगा | हत्या की स्थिति मे अभियुक्तों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी |
बताया गया कि जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क (ज़िपनेट) वेबसाइट पर हजारों अज्ञात शवों की सूची है | इसमे कुछ की हत्या हुई है | कुछ दुर्घटना के शिकार भी हैं जबकि कुछ की मौत स्वाभाविक कारणों से हुई थी |
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