
सहरसा । बिहार आइडियल की रनर अप रह चुकी खुशबू दत्ता की आवाज में अनेकों मैथिली गीत रिलीज हो चुकी हैं।जिसमे मैया मैया रटिते रटिते, पागल कहैया ना" साथ ही छठ गीत आदि हैं। खुशबू दत्ता आफिसयल नाम से यूट्यूब पर चैनल भी है। जिसमें आप मैथिली से लेकर अन्य भाषाओं में उनके आवाज में गाना सुन सकते हैं।

खुशबू दत्ता ने बताया कि मेरे पिताजी अंजनी कांत दत्ता मधुबनी सिविल कोर्ट में पेशकार हैं और गृहिणी मां का नाम आरती दत्ता है। बचपन से मधुबनी में ही शिक्षा दीक्षा हुई। मेरे परिवार में संगीत का दूर दूर तक कोई लेना देना नही था। संगीत के क्षेत्र में पापा और मां का बहुत बड़ा योगदान और सहयोग रहा। संगीत की प्रेरणा बड़ी दीदी चेतना दास से मिली।जिससे प्रेरणा लेकर 2008 से गाना प्रारंभ किया। उसके बाद संगीत की शिक्षा श्याम प्रवेश मिश्र सर से ली। संगीत से विशारद की। उसके बाद सुनते सुनते गाने की इच्छा प्रबल होती गयी। परिवार में सभी लोगों का सहयोग हमेशा मिलता रहा। पापा का सहयोग हमेशा मिला।
उन्होंने कहा कि मुझे मैथिली गीत के अलावा अलग अलग भाषाओं में गाना बहुत पसंद है।2015 में दूरदर्शन पर प्रसारित रियलिटी सिंगिंग शो "हंगामा मस्ती" की मैं विजेता रह चुकी हूं।उन्होंने बताया कि मिथिलांचल में अगर किसी एक शख्स के बारे में लिखूं जिन्होंने बहुत ही मेरे नाम को आगे बढ़ाया तो वो नाम होगा रमेश रंजन आज वो इस दुनिया में नही हैं। लेकिन उनके त्याग और निस्वार्थ सहयोग के कारण ही लोग मेरे गानों को सुनते हैं।
सुश्री दत्ता ने बताया कि मिथिला महोत्सव, बिहार दिवस, विद्यापति समारोह, मिथिला लोक उत्सव, युवा महोत्सव में मुझे सहभागिता करने के लिए हर बार बुलाया जाता है।आगे मैं अलग अलग भाषाओं में गीत गाकर अपने माँ पापा का नाम रौशन करना चाहती हूँ।मुझे संगीत से बहुत ही लगाव है। आगे लोगों को बहुत कुछ नया सुनने को मिलेगा।शशि सरोजनी रंगमंच के कुंदन वर्मा,वंदन वर्मा ने सुश्री दत्ता को संगीत क्षेत्र मे यशस्वी होने की शुभकामना व्यक्त कर बधाई दी।
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