
मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनाए रखने के लिए रासायनिक खाद का उपयोग कम से कम करें: डीएम
केसरिया (मोतिहारी)। प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत पश्चिमी सरोत्तर पंचायत के अलुवाहां टोला में शनिवार को कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) की ओर से खरीफ किसान चौपाल का आयोजन किया गया। उद्घाटन डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को कृषि की नई तकनीक, उद्यान को बढ़ावा, मिट्टी की उर्वरा शक्ति बरकरार रखने संबंधित कई गुर सिखें। कार्यक्रम में किसानों को अधिक से अधिक जैविक प्रकृति खाद का प्रयोग करने पर बल दिया गया। डीएम ने कहा कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनाए रखने के लिए रासायनिक खाद का उपयोग कम से कम करें।
किसान भाई मृदा स्वास्थ्य कार्ड अवश्य बनाएं। ताकि, मिट्टी की गुणवत्ता के अनुरूप खेती की जा सके। डीएम ने कहा कि किसान चौपाल का मुख्य उद्देश्य कृषि के नये तकनिकों को अपनाकर किसान ज्यादा से ज्यादा आमदनी प्राप्त कर करना है।
चौपाल कार्यक्रम में किसानों को ज्ञानवर्धन बातें भी बताई जाए। जैविक खेती को बढ़ावा मिले। सूखाग्रस्त एवं बाढ़ आपदा को ध्यान में रखकर किसान भाइयों को नई तकनीक से कृषि के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि रसायनिक खाद का उपयोग कम से कम करें ताकि पानी एवं खाद्यान्न प्रदूषित ना हो।
जीविका दीदी की पौधशाला में पौधा निर्माण को लेकर उन्होंने जीविका दीदी को शुभकामनाएं एवं बधाई दी। उन्होंने रक्सौल से चावल के बेहतरीन किस्म अन्य जगहों पर निर्यात किए जाते हैं, जो सराहनीय कार्य है। जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना से वंचित किसान सही कागजातों को पोर्टल पर अपलोड करना सुनिश्चित करेंगे।
ताकि, वंचित किसानों को इस योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि किसानों के लिए यंत्रीकरण योजना में 93 प्रकार की यंत्रों पर सब्सिडी दी जा रही है। किसान ऑनलाइन आवेदन कर इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मौके पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी चकिया,सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण, सहायक निदेशक मिट्टी जांच प्रयोगशाला, कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिक, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सीओ आदि उपस्थित थे।
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