
मुंबई। महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन से पहले शिंदे समूह के साथ गए 20 पार्षद गुरुवार को वापस शिवसेना में लौट आए हैं।
शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य में बेईमानी से अस्तित्व में आई शिंदे-फडणवीस सरकार चंद दिनों की मेहमान है। उन्होंने कहा कि जिस समय शिवसेना अध्यक्ष बीमार थे, हाथ पैर तक हिला नहीं पा रहे थे। उस समय एकनाथ शिंदे पार्टी के साथ गद्दारी की साजिश कर रहे थे।
आदित्य ठाकरे गुरुवार को मुंबई से सटे भिवंडी शहर में शिवसेना कार्यकर्ताओं से मिलने गए। उन्होंने कहा कि जो लोग शिवसेना छोड़कर गए, उन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया और इतने ऊंचे पदों पर पहुंचाया।
यह लोग आज कह रहे हैं कि उन्होंने गद्दारी नहीं, बल्कि क्रांति की है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह क्रांति नहीं, गद्दारी है। आदित्य ठाकरे ने शिंदे समूह को चुनौती देते हुए कहा कि वे सब शिवसेना से इस्तीफा दें और फिर से चुनाव लड़े। शिवसेना कार्यकर्ता इन सभी गद्दारों को सबक सिखाएंगे।
शिवसेना विधायक राजन सालवी ने कहा कि पूर्व मंत्री उदय सावंत के बहकावे में आकर शिवसेना के 23 में से 20 पार्षदों ने शिंदे समूह का समर्थन किया था, लेकिन उन सभी 20 पार्षदों ने फिर से शिवसेना में अपनी आस्था दिखाई है।
राजन सालवी ने कहा कि शिंदे समूह पार्षदों के समर्थन का झूठा दावा कर रहा है, जबकि राज्य के सभी जिलों के पार्षद तथा पदाधिकारी शिवसेना के साथ हैं। शिवसेना का जमीनी जुड़ाव बरकरार है। इसलिए पदलोलुपों के जाने से पार्टी पर असर नहीं होगा।
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