सदर अस्पताल विवाद पर डॉ एसएन सिंह का आया पक्ष, कहा सारे आरोप निराधार और मनगढ़ंत

सदर अस्पताल विवाद पर डॉ एसएन सिंह का आया पक्ष, कहा सारे आरोप निराधार और मनगढ़ंत

Reported By RAKESH KUMAR
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श्री सिंह का कहना है कि डा. मनोज कुमार सिंह द्वारा त्यागपत्र के उपरांत दिया गया शिकायत पत्र आधारहीन मनगढ़ंत एवं वास्तविकता से परे है. 

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मोतिहारी : सदर अस्पताल में जख्म प्रतिवेदन से उपजे आरोप- प्रत्यारोप के बाद प्रभारी उपाधीक्षक डा.एस एन सिंह ने ‘बॉर्डर न्यूज़ मिरर’ को लिखित रूप में अपना पक्ष दिया है. 

श्री सिंह का कहना है कि डा. मनोज कुमार सिंह द्वारा त्यागपत्र के उपरांत दिया गया शिकायत पत्र आधारहीन मनगढ़ंत एवं वास्तविकता से परे है. 

उन्होंने कहा कि विगत 35 वर्षों से चिकित्सक के रुप में दायित्वों का निर्वहन विवाद रहित रहा है. सदर अस्पताल के अधिकारी  एवं कर्मचारी अपने- अपने दायित्वों का निर्वहन स्वतंत्र रुप से सरकारी नियमानुसार करते हैं तथा किसी के दायित्व निर्वहन में कोई हस्तक्षेप नहीं रहता है. मैंने अपने दायित्व में कभी किसी के हस्तक्षेप से स्वयं को असहज महसूस नहीं किया है तथा मैंने भी किसी चिकित्सक के कार्य में दखल नहीं दिया है. मेडिको लीगल फाइल में किसी भी चिकित्सक को मैंने किसी भी प्रतिवेदन के संबंध में सलाह या हस्तक्षेप या प्रभावित करने का प्रयास नहीं किया है. मेरे अब तक के सेवा काल में कभी भी ऐसा अवसर नहीं आया जब मैं किसी भी मेडिको लीगल फाइल में किसी स्वार्थ के लिए दखल दिया हो.

     डॉ मनोज कुमार सिंह को मुझसे व्यक्तिगत रंजीश की वजह यह है कि फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री बिहार के चंपारण दौरे में उन्होंने एंबुलेंस ड्यूटी नहीं किया. मैने जब स्पष्टीकरण पूछा तो उनका उत्तर संतोषजनक नहीं पाया. जनवरी 2023 में लगातार बगैर सूचना एवं स्वीकृति के वे 12 दिन अनुपस्थित रहे. जिलाधिकारी को जो शिकायत पत्र उनके द्वारा दिया गया उसके समर्थन में कोई प्रमाण नहीं है. 

यही नहीं जहां तक परिचारी द्वारा आवास पर संचिका भेजने का सवाल है वह रूटीन वर्क है.जिस मेडिको लीगल फाइल को आवास पर परिचारी से भेजने की बात डॉक्टर मनोज कर रहे हैं वह सिर्फ एक्स रे देखकर रिपोर्ट देने का मामला था. ऐसे में उसे विवाद का विषय नहीं कहा जा सकता. इसे करने के बदले परिचारी को यह कह कर उन्होंने वापस किया कि कह देना मुलाकात नहीं हुई है. परिचारी ने लिखित रूप से उनके झूठ को बताया है.

इस प्रकार न्यायसंगत तरीके से ईमानदार कार्य करने से परेशान लोगों के साथ मिलकर मुझे बदनाम करने की साजिश के तहत फर्जी शिकायत की गयी और पूरे सिस्टम की गड़बड़ी के लिए मुझे जिम्मेदार बताया गया. सारे आरोप गलत मनगढ़ंत और बनावटी हैं.

 

बता दे कि किसी कारण वश आरोपों में डॉ एस एन सिंह का पक्ष खबरों में शामिल नहीं हो पाया था | डॉ मनोज ने लिखित आवेदन के माध्यम से श्री सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाये थे जिस पर जिलाधिकारी ने जांच का आदेश दिया है |

 

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