

नई शिक्षक नियमावली के विरोध में बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के राज्यव्यापी आवाहन पर सोमवार को जिले के शिक्षकों ने प्रतिरोध मार्च निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की एवं सरकार को चेतावनी दिया|
प्रतिरोध मार्च कार्यक्रम का नेतृत्व संघ के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार राय ने किया| यह मार्च मोतिहारी के बंगला मध्य विद्यालय से होकर कचहड़ी चौक तक पहुंचे जहां यह एक बहुत बड़ी सभा में बदल गई।
प्रतिरोध मार्च के दौरान शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष श्री राय ने कहा कि बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 में पंचायती राज एवं नगर निकाय अंतर्गत नियोजित शिक्षकों को समायोजित नहीं किया जाना राज्य सरकार की दोहरी नीति का परिचायक है। जिला अध्यक्ष श्री राय ने बताया कि राज्य सरकार शिक्षकों के साथ लगातार धोखा करते चली आ रही है| वही जिला वरीय उपाध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने कहा कि महागठबंधन की चुनाव 2020 का घोषणा पत्र में नियोजित शिक्षकों को समान काम का समान वेतन देने, राज्य कर्मी का दर्जा एवं पुरानी पेंशन लागू करने के वादे किए गए थे| लेकिन इन इतने सारे वादा में से सरकार अब तक एक भी अपना वादा पूरा करने में सक्षम नहीं हुई है| उल्टा राज्य सरकार शिक्षकों का शोषण करने पर लगी हुई है।
जिला कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करी तो यह आंदोलन सड़क से लेकर सदन तक चलेगी| यह आंदोलन दिन प्रतिदिन राज्य सरकार के खिलाफ तेज होती जाएगी| अन्य वक्ताओं में अनिल कुमार यादव, ब्रजकिशोर प्रसाद, अरुण कुमार मिश्रा, प्रमोद यादव, राज्य मंगल यादव, कुमारी पूनम, शोभा शर्मा,रीता देवी, शत्रुघन कुमार आदि शामिल थे।,
मौके पर राजन द्विवेदी, शशि भूषण कुमार, बसंत कुमार, वीरेंद्र कुमार, राजकिशोर राम, राम कुमार, रिंकू कुमारी, श्वेता कुमारी, प्रमिला देवी, अनिता कुमारी, गीता कुमारी, विनीता कुमारी, जयंत कुमार, आर्य रागिनी, इकबाल, अमोद कुमार सिंह, सुनील कुमार, पप्पू कन्हैयालाल, प्रसाद, सुमन कुमार, सुनील कुमार यादव समेत सैकड़ों शिक्षक मौजूद थे|
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