#Motihari News: मोतिहारी में नेपाली डकैत गिरोह का खुलासा: मुठभेड़ में मारे गए डकैतों की अबतक पहचान नहीं,

#Motihari News: मोतिहारी में नेपाली डकैत गिरोह का खुलासा: मुठभेड़ में मारे गए डकैतों की अबतक पहचान नहीं,

मधुबनी बमबारी का CCTV आया सामने

Reported By BORDER NEWS MIRROR
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नेपाली डकैत गिरोह के दो डकैतों को मोतिहारी में पुलिस ने दो दिन पहले दूसरी मुठभेड़ में मार गिराया था

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उत्तर बिहार के भारत नेपाल के सीमाई इलाकों में आतंक का पर्याय बना नेपाली डकैत गिरोह के दो डकैतों को मोतिहारी में पुलिस ने दो दिन पहले दूसरी मुठभेड़ में मार गिराया था। वहीं, मुठभेड़ के दो दिन बाद तक उसके शव को लेने कोई नहीं आया है। न ही उसकी पहचान हुई है।

नेपाल सीमा से सटे मोतिहारी के घोड़ासहन रक्सौल इलाके में एक के बाद एक नेपाली डकैतों ने डकैती की घटना को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ा दी थी। डकैती के दौरान गृह स्वामी के साथ मारपीट घायल कर देना, बम विस्फोट कर लोगों के बीच दहशत फैलाना, पुलिस टीम पर बम से हमला करना आम बात हो गई थी।

अप्रैल में एक के बाद एक चार डकैती की घटना

घोड़ासहन थाना क्षेत्र के श्रीपुर से जाप नेता अभिजीत सिंह के घर से डकैती की घटना की शुरुआत हुई थी। अभिजीत सिंह की पिटाई कर पैर तोड़े थे। उसके चार दिन बाद रक्सौल के महादेवा में व्यवसायी अरुण सिंह के शादी वाले घर में 50 लाख से अधिक के डकैती हुई।

एक ही रात में घोड़ासहन, श्रीपुर और रक्सौल के भेलाही में चिमनी मालिक धनंजय गुप्ता के घर डकैती की घटना को अंजाम दिया था। घटना में भी गृह स्वामी के साथ मारपीट की गई। डकैतों ने पुलिस पर बम और गोली से हमला किया। पुलिस टीम ने भी गोली फायर की थी।

डकैतों की गोली से एक सिविलियन घायल हो गया था, जिसके बाद मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने सदर एएसपी आईपीएस राज के नेतृत्व में डकैत रोधक टीम का गठन किया था। यह टीम डकैतों की पूरी कुंडली खंगाली, लेकिन दो देश का मामला होने के कारण उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी।

डकैत गिरोह में बनाया अपना खुफिया

नेपाली डकैत गिरोह में टीम में शामिल एक थानाध्यक्ष ने खुफिया लगाया। खुफिए ने सूचना दी कि रविवार की रात घोड़ासहन थाना क्षेत्र के पुरणहिया में एक घर डकैती की घटना को अंजाम देने वाले हैं। सदर एएसपी आईपीएस राज नेतृत्व में चार टीम बनाई गई।

एक टीम को लीड पिपरा कोठी थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह लीड कर रहे थे। दूसरी टीम को अखिलेश मिश्रा, तीसरी टीम को ज्वाला सिंह, चौथी टीम इंस्पेक्टर अभय कुमार लीड कर रहे थे। जैसे ही पुलिस ने बासवारी के चारों तरफ से डकैतों को घेरकर आत्म समर्पण करने को कहा, डकैत पुलिस पर अंधाधुंध बम बरसाने लगे।

जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने खुद को सुरक्षित रखते हुए फायरिंग शुरू की। यह सिलसिला करीब एक घंटे तक चला, जिसमें दो डकैत को पुलिस ने मार गिराया, जबकि कई घायल हैं। रात के अंधेरे का फायदा उठा कर अन्य डकैत भागने में सफल रहा।

नेपाली डकैत नेपाल से सटे जिला मोतिहारी, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी आदि जिलों में डकैती की घटना को अंजाम दे कर करोड़ों रुपए लूट ले गए। दहशत फैलाने के लिए इसी तरह खुद से बनाया हुए बम फोड़ना, गृह स्वामी के साथ  मारपीट कर दहशत फैला आसानी से घटना को अंजाम दे नेपाल निकल जाता था।

टीम में कौन कौन थे शामिल

मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा, सदर एएसपी आईपीएस राज, डीआईओ से अखिलेश मिश्रा, ज्वाला सिंह, पिपरा कोठी थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, घोड़ासहन थानाध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा, मुफस्सिल थानाध्यक्ष अवनीश कुमार, चिरैया थानाध्यक्ष सुनील कुमार, बंजरिया थानाध्यक्ष प्रभाकर पाठक, इंस्पेक्टर अभय कुमार, पिपरा कोठी थाना के एएसआई राजेश कुमार सहित जवान शामिल थे।

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