कभी यहाँ कभी वहाँ भटक रहा है विद्यालय, नहीं मिल रहा निश्चित ठिकाना

कभी यहाँ कभी वहाँ भटक रहा है विद्यालय, नहीं मिल रहा निश्चित ठिकाना

Reported By BORDER NEWS MIRROR
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रामप्रकाश शर्मा- पीपराकोठी, पूर्वी चम्पारण। आपने तो किशोर कुमार के ये गाना सुना ही होगा.. मुसाफिर हूँ मैं यारो..न घर है न ठिकाना ..मुझे जाना है कहाँ.. । ये गाना अब नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पर फिट बैठने लगा है। कभी यहां कभी वहां, बार बार शिफ्ट करने के चक्कर मे भटक रहा है एनपीएस एससी […]
रामप्रकाश शर्मा- पीपराकोठी, पूर्वी चम्पारण। आपने तो किशोर कुमार के ये गाना सुना ही होगा.. मुसाफिर हूँ मैं यारो..न घर है न ठिकाना ..मुझे जाना है कहाँ.. । ये गाना अब नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पर फिट बैठने लगा है। कभी यहां कभी वहां, बार बार शिफ्ट करने के चक्कर मे भटक रहा है एनपीएस एससी टोला सलेमपुर स्कूल। हाल यह है कि शिक्षक व बच्चे खुद नहीं समझ पा रहे है कि आखिर उन्हें निश्चित ठिकाना कब और कहां मिलेगा। हालांकि इस मामले में राजनीति भी होने लगा है। यह स्कूल सलेमपुर मठ पर संचालित होता था। लेकिन भूमि नही होने के बाद इस विद्यालय को यूएमएस जीवधारा में शिफ्ट हुआ लेकिन इसी वर्ष उसे उसे यूएमएस सलेमपुर में शिफ्ट किया गया लेकिन भवन के अभाव में पुनः यूएमएस जीवधारा में वापस लाया गया। इस मामले में दलित उत्थान मिशन के जिलाध्यक्ष बच्चा पासवान व एमएलसी केदारनाथ पांडेय ने भी हस्तक्षेप किया, वावजूद नतीजा शून्य रहा। विवाद गहराते गया। मामला बीइओ, डीईओ, थाना तक गया। इधर समाजसेवी अधिवक्ता मो. आजम ने बीइओ, डीईओ व जिप के अध्यक्ष को आवेदन देकर एनपीएस एससी टोला सलेमपुर के बच्चे व शिक्षक हित में कार्रवाई करने की मांग की है।

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