
बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने मोतिहारी एएसपी शैशव यादव पर लगाया गम्भीर आरोप
संसद में दायर किया विशेषाधिकार हनन नोटिस
सागर सुरज
मोतिहारी: संसद में भाजपा के मुख्य सचेतक और पश्चिम चंपारण के सांसद संजय जायसवाल ने मोतिहारी में अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शैशव यादव के खिलाफ संसद में विशेषाधिकार हनन नोटिस जारी किया है। श्री जायसवाल ने ए एस पी शैशव यादव पर आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी गिरफ्तारी और आरोपों के बारे में मीडिया को एक गलत रिपोर्ट साझा किया गया है। मामले में अभी तक पुलिस द्वारा चार्जसीट दाखिल नहीं किया गया है।
इधर पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा, ने मीडिया को बताया है कि जायसवाल के मामले की अभी भी जांच चल रही है और उनकी गिरफ्तारी का कोई सवाल ही नहीं है क्योंकि मामले की जांच गैर-संज्ञेय अपराध की धाराओं के तहत है। उन्होंने बताया कि गैर-संज्ञेय अपराध में किसी आरोपी के खिलाफ आरोप दाखिल है तो उसे जमानत दी जा सकती है।
न्यूज़ चेनेल एवम सोशल मीडिया पर रविवार को चल रहे खबरों में बताया गया कि मोतिहारी पुलिस ने जायसवाल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है और वह गिरफ्तार होने वाले है, इस खबर के बाद एनडीए और यूपीए के समर्थक आमने-सामने आ गए। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर दोनों गुटों में आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी हो गया।
श्री जायसवाल ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पुलिस के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए सदन में विशेषाधिकार समिति को नोटिस दी है। जायसवाल ने दिल्ली से फोन पर बताया कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रिंट मीडिया में खबरें प्रसारित की गई है जिससे मेरी निजी व राजनीतिक छवि धूमिल हुई है। वहीं एएसपी श्री यादव के बारे में कहा कि वे राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं, जिन्होंने इस तरह के गैरजिम्मेदाराना बयान दिया हैं, ताकि उन्हें नागरिकता संशोधन बिल के मतदान से रोका जा सके।
रविवार को मीडिया के एक ग्रुप ने एएसपी यादव के हवाले से कहा कि जायसवाल को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। समाचार चैनलों द्वारा पर्यवेक्षण रिपोर्ट के अधार पर खबरें बनाई गई थी। सोशल मीडिया पर कहानी के वायरल होने के तुरंत बाद, मोतिहारी के एसपी ने मीडिया में आई खबरों का खंडन करते हुए कहा कि अभी भी जांच पूरी नहीं हुई है, मामले में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
सनद रहे कि 12 मई, 2019-संसदीय चुनाव के मतदान के दिनों में, पुलिस ने घोड़ासहन थाना के शेखौना गाँव में दो गुटों के झड़प के बाद चार मामले दर्ज कराए गए हैं। एफआईआर में एक में जायसवाल को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। जायसवाल के समर्थकों ने उन्हें गांव के दो बूथों पर मतदान में धांधली का आरोप लगाया है। जायसवाल ने बताया कि पूर्व और पश्चिम चंपारण जिले के सभी शीर्ष पुलिस अधिकारियों को सूचित करने के बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे तभी उन पर पथराव किया गया। उन्होंने कहा कि रक्षा में उनके गार्डों ने हवा में गोलियां चलाईं।
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