गोण्डा : बच्चे को पाकर मां ने योगी सरकार का किया शुक्रिया

गोण्डा : बच्चे को पाकर मां ने योगी सरकार का किया शुक्रिया

Reported By BORDER NEWS MIRROR
Updated By BORDER NEWS MIRROR
On
गोण्डा। अपहरणकर्ताओं के चुंगल से सात वर्षीय बेटे नमों को एडीजी लॉ एण्ड आर्डर ने व्यापारी की पत्नी को सौंपा तो उनकी आंखों नम हो गयी। बेटे को गले से लगाकर मां ने कहा कि इस यूपी एसटीएफ की टीम व गोंडा पुलिस उनके लिए देवदूत की तरह है। वह प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ […]
गोण्डा। अपहरणकर्ताओं के चुंगल से सात वर्षीय बेटे नमों को एडीजी लॉ एण्ड आर्डर ने व्यापारी की पत्नी को सौंपा तो उनकी आंखों नम हो गयी। बेटे को गले से लगाकर मां ने कहा कि इस यूपी एसटीएफ की टीम व गोंडा पुलिस उनके लिए देवदूत की तरह है। वह प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ सरकार को धन्यवाद दे रही है। 

मीडिया से बच्चें के अपहरण को लेकर मां शिल्पी ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर को कुछ लोग एक कार से आये और सरकारी परिचय पत्र गले में लटकाये हुए थे। उन्होंने मोहल्ले में कुछ लोगों को मास्क और सेनिटाइजर वितरण करते हुए जब उनके घर के पास युवक आये तो उन्होंने कहा कि यह सरकार की ओर से वितरण किया जा रहा है। मेरे बच्चे को यह कहकर बुला ले गए की गाड़ी में सेनिटाइजर रखा है, बच्चे को भेज दो तो मैं उसे सेनिटाइजर व मास्क दे दूं। बच्चा जब गाड़ी तक गया और वापस नहीं लौटा। इसके बाद शाम को उनके पति हरीश गुप्ता के फोन पर एक महिला का फोन आता है। 

बच्चे के अपहरण के कुछ घंटों बाद एक महिला ने हरीश चन्द्र को फोन कर कहा कि उनके बच्चे का अपहरण हो गया है। यदि कहीं जाओगे या फिर पुलिस से शिकायत की तो बच्चे से हाथ धोना पड़ेगा। उसने कहा कि शाम को हम फिर फोन करेंगे आपको सिर्फ हां या ना में जवाब देना है। कानपुर के विकास वाली कहानी तो तुम ने सुनी ही होगी पुलिस किसका कितना साथ देती है । यह तुम जानते हो अपहरणकर्ताओं की इस बात को सुनकर परिजनों के हाथ पांव फूल गए थे। 

हरीश गुप्ता ने बताया कि वह इन अपहरणकर्ताओं को पहचानता तक नहीं हैं। लेकिन उसके चचेरे भाई के जनरल स्टोर की दुकान से अपहरणकर्ता सामान खरीदने आते थे। लेकिन भाई से भी कोई खास जान पहचान नहीं थी। बस ग्राहक बनकर आए सामान लिया चले गए। अपहरण करने से तीन दिन पूर्व भाई की दुकान पर आए थे और दुकान से तमाम गृहस्थी का सामान खरीद कर चले गए । 

अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छूटे नमो ने मीडिया से थोड़ी सी बातचीत में बताया कि उसे एक कमरे में रखा गया था। उसके साथ दो लोग थे। एक आंटी आती थी। चिप्स खिलाया, पानी पिलाया था। पूरी रात बैठे रहे। जब वह घर जाने की जिद्द करता तो अपहरणकर्ता यह कहते कि डॉगी आ जायेगा चूपचाप बैठे रहों। उसे डांटते थे चुपचाप बैठो बहुत ही जल्द तुम्हें तुम्हारे घर छोड़ आएंगे।

Post Comment

Comments

राशिफल

Live Cricket

Epaper

YouTube Channel

मौसम