मानवता विरोधी ममता सरकार की नीतियां  : नड्डा

मानवता विरोधी ममता सरकार की नीतियां : नड्डा

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कोलकाता। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को बंगाल भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार की नीतियां ना केवल हिंदू विरोधी हैं बल्कि मानवता विरोधी भी हैं और लोग इन्हें निश्चित तौर […]

कोलकाता। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को बंगाल भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है।

उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार की नीतियां ना केवल हिंदू विरोधी हैं बल्कि मानवता विरोधी भी हैं और लोग इन्हें निश्चित तौर पर 2021 के विधानसभा चुनाव में उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र की जन कल्याणकारी योजनाओं में रोड़े अटकाती हैं और उनके  लाभ से प्रदेश की जनता को वंचित रखती हैं। 
पश्चिम बंगाल सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए नड्डा ने कहा कि पांच अगस्त को राम मंदिर  भूमि पूजन के दिन ममता दीदी ने पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन लगा दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा करके उन्होंने करोड़ों लोगों की इच्छाओं को कुचलने का काम किया। ये अलग बात है कि बकरीद में लॉकडाउन हटा लिया गया था। यह दर्शाता है कि राज्य सरकार की नीतियां हिंदू विरोधी मानसिकता और तुष्टिकरण की राजनीति से प्रेरित हैं। नड्डा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता को मुख्यधारा में शामिल होने में ममता दीदी रोड़े अटकाती हैं। लोगों को अच्छी सुविधाए मिलनी हैं उसमें रोड़ा बनती हैं। आयुष्मान भारत योजना से गरीबों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। लेकिन ममता दीदी बंगाल में 4.57 करोड़ गरीबों को इस स्वास्थ्य योजना से तीन साल से वंचित रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में इसे मुद्दा बनाना चाहिए कि कैसे गरीबों के हक को रोकने का काम  ममता सरकार कर रही है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री क्रेडिट कार्ड जैसी लोक कल्याणकारी योजनाओं को वहां की सरकार लागू नहीं होने दे रही है। उन्होंने कहा कि जब कोरोना महामारी के दौरान बंगाल में राशन बांटा जा रहा था, तब उस समय पश्चिम बंगाल में तृणमूल के कार्यकर्ता राशन की चोरी में लगे थे। गरीब के पेट में दो वक्त की रोटी देने की बजाए उनके पेट से निवाला छीन रहे थे। ऐसी जन विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए और जब भी चुनाव आएगा हम लोकतांत्रिक तरीके से ऐसा करेंगे।
नड्डा ने कहा कि कोरोना योद्धाओं के बारे में प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि अगर किसी की मृत्यु हो जाती है तो 50-50 लाख रुपये देंगे। मुख्यमंत्री ने राज्य में यह भी लागू नहीं होने दिया। कोरोना के आंकड़े देने से इनकार कर दिया। 
पश्चिम बंगाल में होने वाली राजनीतिक हत्याओं का मुद्दा उठाते हुए नड्डा ने पूछा कि यह जंगलराज नहीं तो क्या है? उन्होंने कहा कि 100 से ज्यादा भाजपा  कार्यकर्ताओं को मारा गया है। तृणमूल कांग्रेस समर्थित भू माफिया ने शांतिनिकेतन स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय में रवींद्रनाथ टैगोर की विरासत को भी कलंकित किया। उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है और इस सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है।
केंद्रीय योजनाओं का नाम बदलने को लेकर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का नाम बदल कर बांग्ला आवास योजना का नाम देकर  ममता सरकार लोगों को गुमराह कर रही है। इस योजना का पूरा पैसा केंद्र दे रहा है लेकिन वह इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही हैं। 

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