
चंडीगढ़। कृषि विधेयकों के विरोध में किसान संगठनों की ओर से ऐलान किए गए भारत बंद का हरियाणा में व्यापक असर देखने को मिला। यमुनानगर में किसानों ने अंबाला-सहारनपुर रेलवे ट्रैक पर जाम लगा दिया तो अंबाला में शंभू बैरियर पर जाम से सेना काफिला कई घंटे फंसा रहा। सेना का काफिला पंजाब से दिल्ली […]
चंडीगढ़। कृषि विधेयकों के विरोध में किसान संगठनों की ओर से ऐलान किए गए भारत बंद का हरियाणा में व्यापक असर देखने को मिला। यमुनानगर में किसानों ने अंबाला-सहारनपुर रेलवे ट्रैक पर जाम लगा दिया तो अंबाला में शंभू बैरियर पर जाम से सेना काफिला कई घंटे फंसा रहा। सेना का काफिला पंजाब से दिल्ली जा रहा था तो शंभू बैरियर के रास्ते से हरियाणा में प्रवेश के दौरान किसानों ने सैनिकों को रोक लिया। सेना के अधिकारियों द्वारा सूचित करने पर पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे लेकिन किसान हटने को राजी नहीं हुए। कई घंटे की जद्दोजहद के बाद सेना के जवानों को वापस लौटना पड़ा। हरियाणा में भारत बंद का समर्थन कर्मचारी संगठनों के साथ कांग्रेस व इनेलो की ओर सभी किया गया।
हरियाणा में किसानों ने पंचकूला से लेकर सिरसा तक शक्ति प्रदर्शन किया। पंजाब के साथ लगते सिरसा व फतेहाबाद जिले में किसानों ने सड़कों पर उतरकर कृषि विधेयकों का विरोध किया। हालांकि भारत बंद को देखते हुए प्रदेशभर में पुलिस पूरी तरह अलर्ट रही। खासकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र व अंबाला में पुलिस पूरी तरह मुस्तैद दिखी। पुलिस ने गश्त के दौरान किसानों की हर गतिविधि पर नजर रखी। प्रदेश के कई जिलों में दिनभर हंगामा होता रहा। जिसका कर्मचारियों, व्यापारियों तथा मजदूर संगठनों ने पूरा समर्थन किया।
इस बीच भारतीय किसान यूनियन ने संघर्ष को तेज करने का ऐलान कर दिया है। भाकियू प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी ने कालका से अपना दौरा शुरू करके कई विधानसभा क्षेत्रों में जाकर किसानों का मनोबल बढ़ाया। बंद को सफल करार देते हुए गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि अब आंदोलन को तेज किया जाएगा। 27 सितंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक को रद्द किया जाता है। अब एक गोपनीय बैठक होगी जिसमें केवल किसानों की लड़ाई लडऩे वाले संगठनों को शामिल किया जाएगा।
शंभू बैरियर पर फिर हुआ हंगामा
अंबाला के शंभू बैरियर पर शुक्रवार को दिनभर हंगामा होता रहा। पंजाब से आए हुए किसान दिल्ली कूच करना चाहते थे जिन्हें हरियाणा पुलिस ने शंभू बैरियर पर रोक लिया गया। किसान संगठन पूरा दिन हरियाणा-पंजाब सीमा पर डटे रहे। अंबाला में कई जगह भाजपा व जजपा नेताओं के पोस्टर भी फाड़े गए। इसके साथ ही किसानों ने यमुनानगर के निकट अंबाला-सहारनपुर रेल ट्रैक को बाधित किया। कैथल में किसानों ने फतेहाबाद-सिरसा मार्ग पर जाम लगाकर अपना विरोध दर्ज करवाया। किसानों ने बरौदा व गोहाना में भी प्रदर्शन किया। कैथल में किसानों ने जगह-जगह प्रदर्शन किया।
किसानों ने पाई में जींद-कुरूक्षेत्र मार्ग, गुलहा-चीका मार्ग, कलायत व पुंडरी मार्ग पर सडक़ जाम रखा। रोहतक में किसानों ने भिवानी मार्ग पर भाली आनंदपुर के निकट जाम लगाया। करनाल जिले में असंध मार्ग पर कई घंटे तक किसानों का कब्जा रहा। प्रदर्शनकारी किसानों के आगे प्रशासन पूरी तरह से लाचार नजर आया। हिसार में किसानों ने राजगढ़ रोड पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। उधर फतेहाबाद जिला में किसान संगठनों ने प्रदर्शन से पहले बाजारों में जाकर दुकानें बंद करवाई। सिरसा में भी किसान सडक़ों पर उतरे और कृषि अध्यादेशों का विरोध किया।
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