कार्य प्रणाली में मजबूती लाने के लिए हितधारियो को पांच सूत्री कार्यो के ऊपर किया गया जागरुक

कार्य प्रणाली में मजबूती लाने के लिए हितधारियो को पांच सूत्री कार्यो के ऊपर किया गया जागरुक

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रक्सौल। शनिवार को आशीष परियोजना डंकन अस्पताल रक्सौल के द्वारा प्रखंड कार्यालय रक्सौल में  प्रखंड विकाश पदाधिकारी  संदीप सौरभ की अध्यक्षता में सभी  कार्यपालक सहायक, पंचायत सचिव, अंचलाधिकारी के साथ  बैठक कर परियोजना के पाँच सूत्री कार्यो के ऊपर जागरूक किया गया जिसके तहत तंत्र बदलाव कर बाल श्रम को कम करने के लिए ग्राम […]
रक्सौल। शनिवार को आशीष परियोजना डंकन अस्पताल रक्सौल के द्वारा प्रखंड कार्यालय रक्सौल में  प्रखंड विकाश पदाधिकारी  संदीप सौरभ की अध्यक्षता में सभी  कार्यपालक सहायक, पंचायत सचिव, अंचलाधिकारी के साथ  बैठक कर परियोजना के पाँच सूत्री कार्यो के ऊपर जागरूक किया गया जिसके तहत तंत्र बदलाव कर बाल श्रम को कम करने के लिए ग्राम पंचायत बजट में बच्चों के लिए कुछ विशेष सुविधा, बाल संरक्षण समिति का गठन एव उनसे संबंधित योजनाओ का सफल क्रियान्यवन, विद्यालय शिक्षा समिति का पुनः क्रियान्यवन, आयुष्मान भारत योजना को शत प्रतिशत लागू करने एवं मनरेगा कार्ड से ग्रामीणों को पूरी तरह लाभवनित करके बाल मजदूरी में कमी लाने के लिए इस पाँच सूत्री कार्यो के बैठक का आयोजन किया गया . चर्चा के दौरान कार्यपालक एवं प्रखंड विकाश पदाधिकारी द्वारा यह बताया गया कि हम दोनों एक दूसरे के सहयोग से पाँच सूत्री कार्यो को सफल बना सकते है और अपने पूर्वी चंपारण को बाल मजदूर मुक्त जिला बना सकते है साथ ही प्रखंड विकाश पदाधिकारी द्वारा यह बताया गया कि पाँच सूत्री कार्यो को पूरा करने के लिए हम सबको जागरूक होने के साथ साथ ग्रामीणों को भी जागरूक करने की जरूरत है ।
पूर्वी चंपारण में किये गए सर्वेक्षण और आंकड़ा :::::——-
1.30%परिवारों के पास उनका अपना जॉब कार्ड है बाकी 70 % परिवारों का जॉब कार्ड  उनके पास नही है ।
2:- 40% परिवार स्वास्थ्य समस्याओं के लिए 4% की दर से कर्ज लेते है ।
3:- 79 % परिवार के लोग रोजगार के अभाव में बिभिन्न बिभिन्न सहरो में अकुशल क्षेत्र में काम करते है क्योकि स्थानीय क्षेत्र में कार्य क्षेत्र में कुशल होने के बाद भी स्थानीय जगह में उन्हें काम नही मिल पाता है ।
4:- शिक्षा की दृष्टि से देखे तो मात्र 40% बच्चे अभी भी शिक्षा की योजनाओं से बंचित है ।
5:- सरकार की गिरती शिक्षा तंत्र के चलते 50% परिवार अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए कर्ज लेकर निजी विद्यालय में पढ़ाते है ।
6:- शिक्षा बिभाग की उदाशीनता के कारण बिहार मे बाल श्रम का आंकड़ा 55 प्रतिशत है ।
मौके पर प्रखंड विकाश पदाधिकारी संदीप सौरभ,समीर दिग्गल,मधु सिंह,दिलीप कुमार ,संदीप कुमार,नीलेश कुमार, मुकेश कुमार, सहित कार्यपालक सहायक राजेश कुमार, शमा राशिद, पंचम कुमार, कुणाल कुमार, सुदीप कुमार सहित अन्य कार्यपालक उपस्थित थे ।

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