
किसान महासभा के रेल चक्का जाम का बिहार में मिला-जुला असर
पटना। तीन कृषि कानून के विरोध में अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा बुलाए गए रेल चक्का जाम का आज बिहार में मिला-जुला असर दिखा।कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में बिहार में विपक्षी नेताओं ने भी अपना समर्थन दिया।
जन अधिकार पार्टी (जाप) के कार्यकर्ताओं ने पटना के सचिवालय हॉल्ट पर रेल चक्का जाम कर दिया। जाप प्रमुख पप्पू यादव भी कार्यकर्ताओं के साथ आंदोलन में हिस्सा लिया। प्रदर्शन के दौरान एक मालगाड़ी लगातार हॉर्न देती हुई आ रही थी, दूसरी तरफ जाप कार्यकर्ता ट्रेन का पहिया रोकने के लिए बैनर, झंडे के साथ ट्रेन की पटरी पर लेट गए। पुलिस के जवान सभी को हटाने में लगे रहे।पुलिस के जवानों ने जबरन आंदोलनकारियों को हटाया।इस मौके पर जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि तीन महीने से सरकार किसानों को बैठाए हुई है। पेट्रोल महंगा कर दिया, गैस महंगा कर दिया। केंद्र सरकार हर तरफ से जनता को मार रही है। इसलिए इसके विरोध में आज रेल चक्का जाम किया गया है।
कृषि कानून के विरोध में जमालपुर मुंगेर के किसान मुंगेर रेलवे स्टेशन की पटरी पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। एनसीपी और माले कार्यकर्त्ताओं ने रेल रोको आंदोलन में शरीक हुए। विधि व्यवस्था बनाने के लिए जीआरपी और आरपीएफ मुंगेर स्टेशन पहुंचे।समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर के बीच कई स्टेशनों पर प्रदर्शनकारी झंडा-बैनर के साथ पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां कार्यकर्ता चार बजे तक रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। किसानों के प्रदर्शनों को देखते हुए स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हालांकि रेल चक्का जाम और ट्रेन सेवाएं बाधित होने की आंशका के चलते पहले ही अलर्ट जारी किया चुका है।
उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति की ओर से पूरे देश में रेल का चक्का जाम करने की बात कही गई है। कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए यह आह्वान है। बिहार में मैट्रिक की परीक्षा चल रही है। रेल का चक्का जाम से परीक्षार्थियों को परेशानी ना हो, इसलिए यहां दो बजे से चार बजे के बीच ही रेल का चक्का जाम करने की बात कही गई थी।
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