
चक्रवाती तूफान ‘यास’ को लेकर ज़िले को किया गया हाई अलर्ट घोषित
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पूर्णिया। राज्य के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बिहार के सभी जिलाधिकारियों को यास चक्रवात से निबटने के लिए राज्य में संभावित आपदाओं के पूर्व तैयारी के संबंध में आवश्यक निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि बंगाल की खाड़ी से यास नामक चक्रवात की उत्पत्ति हो रही है, जिसके प्रभाव को देखते हुए 27 […]
पूर्णिया। राज्य के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बिहार के सभी जिलाधिकारियों को यास चक्रवात से निबटने के लिए राज्य में संभावित आपदाओं के पूर्व तैयारी के संबंध में आवश्यक निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि बंगाल की खाड़ी से यास नामक चक्रवात की उत्पत्ति हो रही है, जिसके प्रभाव को देखते हुए 27 मई से 30 मई 2021 तक मध्य बिहार के कई जिलों के साथ पूर्णिया ज़िले में भी आंधी-तूफान, तेज हवा, वज्रपात एवं बहुत ज़्यादा वर्षा होने की संभावना है। उक्त चक्रवात से पेड़ गिरने, बिजली आपूर्ति बाधित होने निचले लाके में जल जमाव होने, गृहक्षति, फसल क्षति, मोबाईल टावर सहित कई महत्वपूर्ण स्थानों के नुकसान होने की संभावना व्यक्त की गई है।
जिलाधिकारी राहुल कुमार ने बुधवार को बताया कि अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र के आधार पर यास चक्रवात के संभावित आपदाओं से बचाव के लिए आवश्यक तैयारी करने एवं स्थिति पर निरंतर निगरानी रखना सुनिश्चित करने को लेकर सिविल सर्जन, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, नगर निगम पूर्णिया के नगर आयुक्त, जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, जिले के बनमनखी व कसबा नगर पंचायतों के कार्यपालक पदाधिकारी, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियन्ता, पूर्णिया, धमदाहा व बायसी के ग्रामीण कार्य विभाग के कार्य प्रमंडल एवं लघु सिंचाई प्रमंडल और विधुत आपूर्ति प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को समय से पूर्व तैयारी करने का आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके है। इसके अलावा शहर के जिला स्कूल स्थित एसडीआरएफ कैम्प के टीम प्रभारी को यास चक्रवात से राज्य में संभावित आपदाओं की पूर्व तैयारी करने को कहा गया हैं।
जिलाधिकारी के द्वारा जारी पत्र में यह भी कहा हैं 27 मई से 30 मई तक संभावित यास चक्रवात के मद्देनजर आंधी-तूफान के दौरान सड़कों पर पेड़ गिर सकते हैं। जिस कारण आवागमन में बाधा पहुंच सकती है। उन्होंने कहा यदि जिले के किसी भी अधिकारियों को इस तरह की सूचना मिलती है तो उसे त्वरित कार्यवाही करते हुए यातायात को सुचारू करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा ने बताया जिलाधिकारी द्वारा दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देश के आलोक में जिले के सभी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को यास चक्रवात तूफ़ान से सतर्क रहने के लिए कहा गया हैं ताकि उस समय तेज आंधी तूफान से जान माल की क्षतिपूर्ति एवं जन-जीवन को सामान्य बनाया जा सके| इसके लिए प्राथमिक उपचार सहित आवश्यक संसाधनों को अद्यतन रखने तथा सभी पदाधिकारी व कर्मी को पूर्ण रूप से सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। विभागीय मेडिकल टीम को सभी आवश्यक संसाधनों के साथ पूरी तरह सावधान व सतर्क रहना सुनिश्चित करेंगे, जिससे विषम परिस्थिति में जान-माल की सुरक्षा की जा सके। वहीं, वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण से संक्रमित मरीजों को देखते हुए जिले के सभी अंचलाधिकारियों को जिलाधिकारी के द्वारा निर्देशित किया गया हैं कि तेज़ अंधी तूफ़ान व मूसलाधार बारिश होने के कारण सड़को पर पेड़ गिरने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करते हुए त्वरित गति से यातायात व्यवस्था सुचारू कर कोविड के मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे। इसके साथ ही जिले के सभी अस्पतालों के चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया हैं कि तेज आंधी-पानी में बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में सदर अस्पताल व अनुमंडल स्तर पर संचालित कोविड हेल्थ सेंटर तथा सभी पीएचसी में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जेनरेटर की व्यवस्था सुनिश्चित करें, जिससे मरीजों को किसी तरह से कोई परेशानी नहीं हो।
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