vc prof.surendra pratap singh

कविता के लिए बहुत प्रयास नहीं करना पडता, स्वयं उत्पन्न हो जाती है : कुलपति

कविता के लिए बहुत प्रयास नहीं करना पडता, स्वयं उत्पन्न हो जाती है : कुलपति दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि कविता के लिए बहुत प्रयास नहीं करना पड़ता है। कविता, गीत, शायरी आदि स्वयं उत्पन्न हो जाती हैं। गीत एवं कविताएं पीड़ा, वियोग एवं खुशी होने पर मुख से सहसा निकल पड़ता है। जब खुशियां एवं अनुभव पराकाष्ठा पर होती हैं […]
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