नई दिल्ली; राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने अपनी सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं की सराहना करते हुये सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र पर चलते हुये अगले 25 वर्षों के लिए मजबूत बुनियाद तैयार करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस बुनियाद का सबसे महत्वपूर्ण संकल्प एक सर्व-समावेशी, सर्व-हितकारी, सशक्त भारत का निर्माण और देश की आत्म-निर्भरता है। कोरोना के इस कठिन समय की चुनौतियों ने देशवासियों को अपने लक्ष्यों को जल्द से जल्द प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द बजट सत्र की शुरुआत से पूर्व अपने अभिभाषण में केंद्र सरकार के समावेशी विकास कार्यों और देश की आर्थिक एवं तकनीकी क्षेत्र में हो रही प्रगति का उल्लेख किया
संसद के केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों को संबोधित करते हुये राष्ट्रपति कोविन्द अपने अभिभाषण में कोरोना महामारी के दौरान सरकार के कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि भारत द्वारा और भारत में बन रही वैक्सीन्स पूरी दुनिया को महामारी से मुक्त कराने और करोड़ों लोगों का जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा रही है।
राष्ट्रपति ने कहा कि वर्ष 2047 में देश आजादी की शताब्दी मनाएगा। उस समय के भव्य आधुनिक और विकसित भारत के लिए आज कड़ी मेहनत करनी आवश्यक है। आज देश की उपलब्धियां और सफलताएं भारत के सामर्थ्य और संभावनाओं के समान ही असीम हैं। यह उपलब्धियां किसी एक संस्था या प्रतिष्ठान की नहीं, बल्कि देश के कोटि-कोटि नागरिकों की है। इसमें करोड़ों देशवासियों का श्रम और पसीना लगा है।
महिला सशक्तिकरण
राष्ट्रपति ने अपनी सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में किये गये कार्यों की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने तीन तलाक को कानूनन अपराध घोषित कर समाज को इस कुप्रथा से मुक्त करने की शुरुआत की है। मुस्लिम महिलाओं पर केवल मेहरम के साथ ही हज यात्रा करने जैसे प्रतिबंधों को भी हटाया गया है।
महिलाओं के लिये नये अवसर के द्वार खोलने के लिये सरकार की जमकर सराहना की। राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि उनकी सरकार के नीतिगत निर्णय और प्रोत्साहन से विभिन्न पुलिस बलों में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या में 2014 के मुकाबले दोगुनी से ज्यादा बढ़ोतरी हो चुकी है। इतना ही नही, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण और विस्तृत होती जा रही है। वर्ष 2021-22 में 28 लाख स्व-सहायता समूह को बैंकों की तरफ से 65 हजार करोड़ रुपये की मदद दी गई है। यह राशि 2014-15 की तुलना में 4 गुना अधिक है।
रक्षा
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा लक्ष्य हमारी सेनाओं को सभी जरूरी साजो-सामान उपलब्ध कराना है। साथ ही यह सुनिश्चित करना है कि वह स्वदेश में विकसित और निर्मित हों। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ 83 एलसीए तेजस फाइटर एयरक्राफ्ट के निर्माण हेतु अनुबंध किया है। सरकार ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों को 7 डिफेंस पीएसयू का रूप देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र और स्टार्ट-अप को तेजी से बढ़ावा देने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर सहित पूर्वोत्तर में भी देश विकास की ओर बढ़ रहा है। सभी की राजधानियां रेलवे के नक्शे से जुड़ रही है। जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक विकास के लिए लगभग 28 हजार करोड़ रुपए की लागत से नई केंद्रीय योजना शुरू की गई है।
उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले कार्बी आंगलोंग के दशकों पुराने विवाद को समाप्त करने के लिए केंद्र और असम सरकार कार्बी समूह के साथ समझौता हुआ है। इससे क्षेत्र में शांति और खुशहाली का नया अध्याय शुरू हुआ है।
रेलवे
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भारतीय रेलवे को तेजी से गति देते हुए उसका आधुनिकीकरण कर रही है। बीते 7 वर्षों में 24 हजार किलोमीटर रेलवे का विद्युतीकरण हुआ है। कश्मीर में चिनाब नदी पर निर्मित हो रहा रेलवे आर्च ब्रिज आकर्षण का केंद्र बन रहा है।
आर्थिक
राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि सरकार के निरंतर प्रयासों से विश्व में सबसे भारत सबसे अधिक तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था बन गया है। आज भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता बन है। राष्ट्रपति ने सूक्ष्म, मध्यम एवं लघु उद्योग के अर्थव्यवस्था में योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि यह क्षेत्र अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है और आत्मनिर्भर भारत को गति प्रदान कर रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में संकट से बचाने के लिए जरूरी क्रेडिट उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने 3 लाख करोड़ रुपए के कॉलेट्रल फ्री लोन की व्यवस्था की है।
कोरोना महामारी
करोना महामारी के दौरान जान गवाने वाले कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार और नागरिकों के बीच परस्पर विश्वास समन्वय और सहयोग लोकतंत्र की ताकत का अभूतपूर्व उदाहरण है और कोरोना की लड़ाई में मिलकर लड़ने के लिए देश के नागरिकों का वे अभिनंदन करते हैं।
उन्होंने कहा कि देश ने एक साल से कम समय में 150 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन दी हैं। यह महामारी के खिलाफ लड़ाई के हमारे सामर्थ्य का प्रतीक है। 90 प्रतिशत से अधिक व्यस्क नागरिकों को पहली खुराक और 70 प्रतिशत को दोनों खुराक मिल चुकी हैं। अब भारत की वैक्सीन दुनिया को मदद पहुंचा रही है।
कोरोना के साथ स्वास्थ्य ढांचागत सुविधाओं में बढ़ोतरी के सरकारी प्रयासों की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति ने इसे सराहनीय उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश आने वाले स्वास्थ्य संगठनों से निपट सकता है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के साथ हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर और आयुष्मान भारत कार्ड कि गरीबों को मिल रही सुविधाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 8 हजरा से अधिक जन औषधि केंद्र के माध्यम से कम कीमत में दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही है।
सामाजिक न्याय
राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सरकार की आस्था अंत्योदय के मूल मंत्र में है जिसमें समाजिक न्याय, समानता और सबके लिए समान अवसर शामिल हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और जनधन, आधार और मोबाइल के मिलन से नागरिकों के सशक्तिकरण की जानकारी दी।
उन्होंने डिजिटल इंडिया और डिजिटल इकोनामी के बढ़ते प्रसार और यूपीआई प्लेटफार्म की सफलता के लिए सरकार के विजन की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि 2021 में देश के 8 लाख करोड से ज्यादा का लेनदेन यूपीआई के माध्यम से हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना से 2 करोड़ से अधिक पक्के मकान गरीबों को मिले हैं। साथ ही डेढ़ लाख करोड़ की लागत से 1 करोड़ 70 लाख घर को स्वीकृति दी जा चुकी है।
राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि कृषि निर्यात में रिकॉर्ड स्तर की वृद्धि हुई है और यह तीन लाख करोड़ तक पहुंच गया है। 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को एक लाख 80 करोड़ रुपए दिए गए हैं। कृषि क्षेत्र में निवेश के परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
शिक्षा
राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और उसमें भारतीय भाषाओं को मिल रही प्राथमिकताओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि स्नातक परीक्षा में भारतीय भाषाओं का संचालन हो रहा है। 10 राज्यों के 19 इंजीनियरिंग कॉलेजों में 6 भारतीय भाषाओं में पढ़ाई शुरू हो रही है।
युवा शक्ति एवं स्टार्ट अप
टोक्यो ओलंपिक के दौरान हासिल की गई उपलब्धियों को युवा शक्ति की क्षमता बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में अब तक का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत ने 7 मेडल जीते। इसके अलावा टोक्यो पैरालंपिक में भारतीयों ने 19 पदक जीतकर रिकॉर्ड कायम किया।
उन्होंने कहा कि देश में स्टार्टअप इकोसिस्टम युवाओं के नेतृत्व में तेजी से आकार आ रही अनंत संभावनाओं का उदाहरण है। वर्ष 2021 में भारत में 40 से अधिक यूनिकॉर्न स्टार्टअप अस्तित्व में आए जिनमें से प्रत्येक का मूल्य 7400 करोड़ से अधिक आंका गया है।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि छोटे उद्यमियों को संबल दिया जा रहा है। सरकार के प्रयासों से 2014 की तुलना में देश में खादी की बिक्री 3 गुना बढ़ी है।
राष्ट्रपति ने कहा कि मिशन कर्म योगी के अंतर्गत सिविल सर्वेंट की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन की स्थापना की है। मिशन कर्मयोगी सिविल सर्वेंट के कैरियर में भी सहायक होगा और राष्ट्र निर्माण की नई जिम्मेदारियों के लिए भी उन्हें तैयार करेगा
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विरासत
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार प्राचीन विरासत को सुरक्षित समृद्ध और सशक्त करने का भी दायित्व निभा रही है। उन्होंने बताया कि धोलावीरा की हड़प्पा साइट और तेलंगाना की तेरहवीं शताब्दी की काकतीय रुदेश्वर रामप्पा मंदिर को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि 100 वर्षों पूर्व भारत में चोरी हुई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को वापस लाकर काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित किया गया है।
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