सागर सूरज
मोतिहारी। बुधवार को दिनदहाड़े कोटवा प्रखंड के कोटवा पंचायत के पूर्व मुखिया नरेंद्र सिंह के पुत्र कुणाल कुमार सिंह हत्याकांड में नगर थाने में चिकित्सक दम्पति समेत पांच लोगों को विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया गया है। घटना में वहीँ पुलिस के द्वारा बताया गया है कि एक आरोपी सोनू पाण्डेय को गिरफ्तार कर लिया गया है वहीँ बाकि सारे आरोपी फरार बताये जा रहे हैं। इधर मृतक कुणाल कुमार सिंह की पत्नी की ओर से दिए गए आवेदन में बताया गया है कि बुधवार की सुबह कोटवा प्रखंड के ही बेलवा डुमरा पंचायत के सरपंच के भतीजे मंटू मिश्र के द्वारा कुणाल को फोनकर अपने गायत्री नगर स्थित आवास पर बुलाया गया।
जब फोन आया तो उस वक्त कुणाल की पत्नी भी साथ में ही थी, मना करने पर कुणाल पत्नी के बात को टालते हुए बाइक पर सवार होकर सरपंच के भतीजे से मिलने निकल पड़े। हालाँकि शक होने पर पत्नी भी पीछे- पीछे जा रही थी। जैसे ही कुणाल सरपंच के भतीजे के दरवाजे पर पहुंचे तो वहां एक बाइक पर सवार दो लोगों में से एक ने हथियार निकाल कर कुणाल के पेट में गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर घायल कुणाल को उठाकर सदर अस्पताल पहुंचे। जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एक मौल के जमीन के विवाद से जुड़ा हुआ है मामला
कुणाल की पत्नी ने दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि घटना में मेन रोड स्थित एक चिकित्सक दम्पति व एक मैनेजर भी शामिल है। बताया गया है की पूरी घटना मेन रोड स्थित एक मौल के जमीन के विवाद से जुड़ा हुआ है मामले में कई बार पंचायती भी हुयी थी और चिकित्सक दम्पति से कोर्ट में मुकदमा भी चल रहा है। इस मामले में पहले भी कुणाल को कई बार धमकी भी मिली थी । बता दे कि नगर थाना से लगभग 500 मीटर की दुरी स्थित घटित घटना के बाद शहर के लोंगो में आक्रोश इस कदर था कि लोगों ने सदर अस्पताल के सामने शव को रखकर कर घंटो सडक जाम व आगजनी कर खूब बबाल काटा और नगर थानाध्यक्ष समेत सदर डीएसपी के मुर्दाबाद के नारे लगाए। आक्रोशित लोग नगर थानाध्यक्ष विजय कुमार राय समेत डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता की तबादले की मांग करने लगे, तथा पुलिस के एक टीम को खदेड़ दिए पुनः चार घंटे बाद सदर एसडीओसौरभ सुमन यादव के नेतृत्व में सदर डीएसपी व पुलिस अधिकारिओ की एक टीम आक्रोशित लोगों से मिलने पहुँची। जहाँ लोग डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता को देखते हीं उग्र हो गए तथा डीएसपी श्री गुप्ता पर कई तरह का गंभीर आरोप लगाने लगे। लेकिन सदर एसडीओ के काफी समझाने के बाद लोग शव को पोस्टमार्टम करने के लिए तैयार हुए तब जाकर मामला शांत हुआ।
डीएसपी को देखते हीं भड़के लोग, अरुण कुमार गुप्ता मुर्दाबाद के लगाये नारे
आक्रोशित लोग नगर थानाध्यक्ष विजय कुमार राय समेत डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता की तबादले की मांग करने लगे, तथा पुलिस के एक टीम को खदेड़ दिए पुनः चार घंटे बाद सदर एसडीओसौरभ सुमन यादव के नेतृत्व में सदर डीएसपी व पुलिस अधिकारिओ की एक टीम आक्रोशित लोगों से मिलने पहुँची। जहाँ लोग डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता को देखते हीं उग्र हो गए तथा डीएसपी श्री गुप्ता पर कई तरह का गंभीर आरोप लगाने लगे।
वर्ष 2005 में कुणाल के पिता की भी हुई थी हत्या
मृतक कुणाल कुमार सिंह के पिता नरेंद्र सिंह और उनके छोटे भाई की अगस्त 2005 में अपराधियों ने कोटवा कदम चौक केके पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोनों पिता-पुत्र कोटवा से अपने घर लौट रहे थे। उसी समय नरेंद्र सिंह की हत्या कर दी थी। उस समय वह अपने पंचायत के मुखिया थे।
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