सागर सूरज
मोतिहारी: जिला प्रशासन का ये गालिबाज़ अधिकारी इन दिनों खासे चर्चे में है| महिला कर्मचारी सहित ड्राईवर, चपरासी सहित सभी तरह के कर्मचारी इस गलिबाज़ अधिकारी के उलुल-जुलूल हरक्कत से परेशांन है| नतीजतन, इनके ऊपर लग रहे आरोपों को लेकर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने एक जाँच टीम गठित करते हुये कार्रवाई की बात कही है|
मामला जिला योजना पदाधिकारी रोहित राज से जुडा है| कभी किसी का रिक्शा लेकर खुद सडकों पर चलाने लगना, कभी कार्यालय के फर्श पर या कोने में सो जाना तो कभी अपने कुर्सी पर ही टेबल पर पैर रख कर खाराटे लेना इनका शगल है| कार्यालय कर्मियों की हालत तो ये है की इनके गली गलौज से आजिज एक कर्मी तो आत्म हत्या करने निकल पड़ा बाद में अन्य कर्मियों द्वारा उन्हें किसी तरह समझा बुझा का वापस बुलाया गया|
इनके बेजार और अश्लील हरक्कतों से तंग एक महिला कर्मी ममता सिन्हा तो जिला धिकारी शीर्षत कपिल अशोक के पास पहुँच गयी और एक आवेदन में आरोप लगाया कि जिला योजना पदाधिकारी उन्हें देर रात को फोन करके उलुल जुलूल बाते करते है| “ मैडम मुझे खाने पर कब बुला रही हो” आदि कई बाते जिसे शेयर नहीं की जा सकती| विरोध करने वाले कर्मियों को सीधे स्थानांतरण की धमकी देते है और भाद्दी भद्दी गालियाँ भी देते है और कहते है सभी अधिकारी उनका बैचमेट है उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता|
खबर है कि आवेदन के बाद जिलाधिकारी ने पदाधिकारी को जम कर क्लास लगायी और एक जाँच टीम का भी गठन कर दिया| अपने कार्यालय में कर्तब्यों के निर्वहन के दरम्यान उनके खर्राटे ये साबित करते है कि जिला योजना विभाग की यहाँ क्या हालत है वही गली के विभिन्य अलंकारों को सुनते –सुनते इस विभाग के कर्मी अब अजीज आ चुके है| महिला कर्मियों के चरित्र पर भी सवाल उठाना उनके आदतों में शुमार है यही कारण है की महिला कर्मी भी उक्त कार्यालय में असुरक्षित महसूस कर रही है| कर्मियों का आक्रोश सातवे आसमान पर है अब देखना होगा जाँच टीम क्या करती है|
इधर पदाधिकारी पीड़ित महिला से अपने आवेदन को वापस लेने की गुहार भी कर रहे है साथ में धमकियाँ भी दे रहे है|
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